शिमलाः पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह और आमेट राजघराने की राजकुमारी सुदर्शना सिंह सात फेरों के बंधन में बंध चुके हैं. पारंपरिक रीति रिवाज से दोनों की शादी राजस्थान की राजधानी जयपुर के कानोता गढ़ में हुई.
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दुल्हन लेकर चंडीगढ़ पहुंचे विक्रमादित्य सिंह देर शाम शिमला पहुंचेंगे. वहीं चंडीगढ़ एयरपोर्ट में बाबा हरदीप सिंह उनसे सबसे पहले मिलने पहुंचे. इस शाही जोड़े की शादी में कई आम और खास मेहमानों ने शिरकत की, जिसमें कई राजनेताओं के साथ उद्योगपति और फिल्मी सितारे भी शामिल रहे. पारंपरिक रीति रिवाज से हुई शादी में दोनों ही परिवार के लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा पहनी. जहां दूल्हा विक्रमादित्य सिंह राजपूती अचकन में दिखाई दिए, तो वहीं सुदर्शना सिंह ने राजपूती जूड़ा पहन शादी की.
![vikramaditya singh](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/img-20190309-wa00021552095541700-42_0903email_00008_282.jpg)
इससे पहले अपने शाही लवाजमें के साथ विक्रमादित्य सिंह कानोता गढ़ पैलेस बरात लेकर पहुंचे. इस बारात में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी मित्रों के साथ ही कई पूर्व राजघरानों के सदस्य भी मौजूद रहे. बता दें कि इससे पहले शुक्रवार सुबह नारायणगढ़ पैलेस में मेवाड़ का राजपरिवार तिलक लगाने पहुंचा. शाही अंदाज में विवाह से पहले ही रस्में पूरी की गई.
इस विवाह समारोह में शामिल होने के लिए कई राज परिवार जयपुर पहुंचे. बता दें कि विक्रमादित्य सिंह का 24 अक्तूबर को रोका हुआ था. रोका की रस्म उदयपुर में एक सादे समारोह में हुई थी. राजकुमारी सुदर्शना सिंह ने मुंबई के सोफिया कॉलेज से सोशियोलॉजी में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है. उन्होंने इंटीरियर डिजाइनिंग का भी कोर्स किया है. उनका संबंध राजस्थान में मेवाड़ के तहत आमेट रियासत से है.