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शिमला: MC की मासिक बैठक में निजी स्कूल की लीज पर हंगामा, स्थगित करना पड़ा हाउस - नगर निगम शिमला की मासिक बैठक में हंगामा

शिमला के भराड़ी में एक निजी स्कूल की लीज को लेकर नगर निगम के मासिक बैठक में जमकर हंगामा देखने को मिला. वहीं, हंगामा इतना बढ़ गया कि उप महापौर को कुछ समय के लिए हाउस को कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी. करीब 20 मिनट बाद दोबारा से हाउस की कार्रवाई शुरू की गई और निजी स्कूल को लीज देने को लेकर एक जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया जिसके बाद दोनों पक्ष शांत हुए.

Shimla Municipal Corporation News, शिमला नगर निगम न्यूज
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Published : Jun 28, 2021, 7:27 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला के भराड़ी में एक निजी स्कूल की लीज को लेकर नगर निगम (Municipal Corporation) की मासिक बैठक में जमकर हंगामा देखने को मिला. मनोनीत पार्षद संजीव सूद और भराड़ी वार्ड की तनुजा चौधरी के बीच काफी देर तक बहस बाजी होती रही.

वहीं, हंगामा इतना बढ़ गया कि उप महापौर को कुछ समय के लिए हाउस को कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी. करीब 20 मिनट बाद दोबारा से हाउस की कार्रवाई शुरू की गई और निजी स्कूल को लीज देने को लेकर एक जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया जिसके बाद दोनों पक्ष शांत हुए.

मनोनीत पार्षद संजीव सूद ने स्कूल को लीज पर दिए जा रही जमीन पर सवाल उठाए और उसे गैरकानूनी बताया और कहा कि स्कूल को जमीन बॉटनिकल गार्डन बनाने के लिए दी थी, लेकिन इस जमीन पर एक क्रिकेट अकादमी चलाई जा रही है. जिससे बच्चों से पैसे लिए जा रहे हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

31 अप्रैल को इस जमीन की लीज समाप्त हो चुकी है

उन्होंने बताया कि स्कूल को 10 सालों के लिए जमीन लीज पर दी गई और 31 अप्रैल को इस जमीन की लीज समाप्त हो चुकी है. ऐसे में अब दोबारा स्कूल को लीज पर जमीन ना दी जाए.

वहीं, उप महापौर शैलेंद्र चौहान ने कहा कि यह दोनों पार्षदों का आपसी मामला है और स्कूल को लीज देनी है या नहीं और स्कूल द्वारा कोई नियमों के विपरीत दी गई है. इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन किया है जो कि इस पूरे मामले की जांच करेगी.

पार्षद अनुजा चौधरी ने संजीव सूद पर ही आरोप लगाया कि वह नगर निगम की जमीन को हथियाने की फिराक में हैं. ऐसे में संजीव सूद निगम की किसी भी कार्रवाई में भाग नहीं ले सकते. उन्होंने निगम प्रशासन पर भी सवाल उठाए पूछा कि उन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है.

जिम मालिक मेडिकल स्टोर को नहीं मिली राहत

शिमला शहर के जिम मालिकों और केमिस्ट स्टोर को कूड़े के बिल में अभी राहत नहीं दी गई है सोमवार को हाउस पर इस पर चर्चा हुई जहां सभी पार्षदों ने इन्हें इस तरह की कोई राहत नहीं दी देने की बात कही.

जिम मालिक और केमिस्ट एसोसिएशन की ओर से नगर निगम से कूड़े के बिलों में राहत देने की मांग की जा रही थी और वित्त कमेटी ने उन्हें राहत देने के फैसला भी लिया था लेकिन मासिक बैठक में इस पर मुहर नहीं लग पाई.

Shimla Municipal Corporation News, शिमला नगर निगम न्यूज
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बालूगंज से चक्कर चौक तक बनेगी स्मार्ट रेलिंग

नगर निगम (Municipal Corporation) की मासिक बैठक में बालू गंज चौक से बाया भाजपा कार्यालय से चक्कर तक स्मार्ट रेलिंग के निर्माण को भी बैठक में मंजूरी दी गई. नगर निगम की उप महापौर शैलेंद्र चौहान ने कहा कि यहां लगी रेलिंग काफी पुरानी और खस्ता हालत में है और उन्होंने खुद भी जगह का दौरा किया है.

ऐसे में निर्णय लिया गया कि यहां पर नई रेलिंग लगाई जाए जो की स्मार्ट रेलिंग होगी. उन्होंने बताया कि जिस तरीके की रेलिंग का काम अभी संजौली चौक से आईजीएमसी तक चल रहा है उसी तरह से यहां पर भी स्मार्ट रेलिंग लगाई जाएगी.

एडवांस स्टडी के टैंक को डिस्मेंटल करने की मंजूरी

शिमला शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली कंपनी जल निगम को हाउस में एडवांस स्टडी के पास पानी के टैंक को डिस्मेंटल करने की अनुमति मिल गई है यह टैंक करीब 100 साल पुराना है जो अब काफी पुराना हो चुका है. ऐसे में एक नया टैंक बनाया जाना है जिसके लिए पुराने टैंक को डिस्मेंटल करने के लिए जल निगम ने नगर निगम से अनुमति मांगी थी जिस पर अब नगर निगम ने अनुमति दे दी है.

ये भी पढ़ें- ओलावृष्टि से 'जख्मी टाइडमैन' की धमाकेदार एंट्री, चुराग मंडी में 1600 रुपये तक बिका

शिमला: राजधानी शिमला के भराड़ी में एक निजी स्कूल की लीज को लेकर नगर निगम (Municipal Corporation) की मासिक बैठक में जमकर हंगामा देखने को मिला. मनोनीत पार्षद संजीव सूद और भराड़ी वार्ड की तनुजा चौधरी के बीच काफी देर तक बहस बाजी होती रही.

वहीं, हंगामा इतना बढ़ गया कि उप महापौर को कुछ समय के लिए हाउस को कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी. करीब 20 मिनट बाद दोबारा से हाउस की कार्रवाई शुरू की गई और निजी स्कूल को लीज देने को लेकर एक जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया जिसके बाद दोनों पक्ष शांत हुए.

मनोनीत पार्षद संजीव सूद ने स्कूल को लीज पर दिए जा रही जमीन पर सवाल उठाए और उसे गैरकानूनी बताया और कहा कि स्कूल को जमीन बॉटनिकल गार्डन बनाने के लिए दी थी, लेकिन इस जमीन पर एक क्रिकेट अकादमी चलाई जा रही है. जिससे बच्चों से पैसे लिए जा रहे हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

31 अप्रैल को इस जमीन की लीज समाप्त हो चुकी है

उन्होंने बताया कि स्कूल को 10 सालों के लिए जमीन लीज पर दी गई और 31 अप्रैल को इस जमीन की लीज समाप्त हो चुकी है. ऐसे में अब दोबारा स्कूल को लीज पर जमीन ना दी जाए.

वहीं, उप महापौर शैलेंद्र चौहान ने कहा कि यह दोनों पार्षदों का आपसी मामला है और स्कूल को लीज देनी है या नहीं और स्कूल द्वारा कोई नियमों के विपरीत दी गई है. इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन किया है जो कि इस पूरे मामले की जांच करेगी.

पार्षद अनुजा चौधरी ने संजीव सूद पर ही आरोप लगाया कि वह नगर निगम की जमीन को हथियाने की फिराक में हैं. ऐसे में संजीव सूद निगम की किसी भी कार्रवाई में भाग नहीं ले सकते. उन्होंने निगम प्रशासन पर भी सवाल उठाए पूछा कि उन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है.

जिम मालिक मेडिकल स्टोर को नहीं मिली राहत

शिमला शहर के जिम मालिकों और केमिस्ट स्टोर को कूड़े के बिल में अभी राहत नहीं दी गई है सोमवार को हाउस पर इस पर चर्चा हुई जहां सभी पार्षदों ने इन्हें इस तरह की कोई राहत नहीं दी देने की बात कही.

जिम मालिक और केमिस्ट एसोसिएशन की ओर से नगर निगम से कूड़े के बिलों में राहत देने की मांग की जा रही थी और वित्त कमेटी ने उन्हें राहत देने के फैसला भी लिया था लेकिन मासिक बैठक में इस पर मुहर नहीं लग पाई.

Shimla Municipal Corporation News, शिमला नगर निगम न्यूज
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बालूगंज से चक्कर चौक तक बनेगी स्मार्ट रेलिंग

नगर निगम (Municipal Corporation) की मासिक बैठक में बालू गंज चौक से बाया भाजपा कार्यालय से चक्कर तक स्मार्ट रेलिंग के निर्माण को भी बैठक में मंजूरी दी गई. नगर निगम की उप महापौर शैलेंद्र चौहान ने कहा कि यहां लगी रेलिंग काफी पुरानी और खस्ता हालत में है और उन्होंने खुद भी जगह का दौरा किया है.

ऐसे में निर्णय लिया गया कि यहां पर नई रेलिंग लगाई जाए जो की स्मार्ट रेलिंग होगी. उन्होंने बताया कि जिस तरीके की रेलिंग का काम अभी संजौली चौक से आईजीएमसी तक चल रहा है उसी तरह से यहां पर भी स्मार्ट रेलिंग लगाई जाएगी.

एडवांस स्टडी के टैंक को डिस्मेंटल करने की मंजूरी

शिमला शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली कंपनी जल निगम को हाउस में एडवांस स्टडी के पास पानी के टैंक को डिस्मेंटल करने की अनुमति मिल गई है यह टैंक करीब 100 साल पुराना है जो अब काफी पुराना हो चुका है. ऐसे में एक नया टैंक बनाया जाना है जिसके लिए पुराने टैंक को डिस्मेंटल करने के लिए जल निगम ने नगर निगम से अनुमति मांगी थी जिस पर अब नगर निगम ने अनुमति दे दी है.

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