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Himachal Budget Session 2023: अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी को 50 साल के लिए मिला चूना-पत्थर का पट्टा, रोज 5 हजार मीट्रिक टन उत्पादन - उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान

अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी को चूना-पत्थर का 50 साल का पट्टा दिया गया है. यह बात सुलह विधायक विपिन सिंह परमार के प्रशन का लिखित जवाब विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन मंगलवार को उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने दिया.

Himachal Budget Session 2023
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Published : Mar 15, 2023, 7:16 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी रोजाना 5 हजार मीट्रिक टन सीमेंट का उत्पादन करती है. सीमेंट कंपनी को हिमाचल में 50 साल के लिए चूना-पत्थर का पट्टा आवंटित किया गया है. ये जानकारी विधानसभा के बजट सत्र में एक सवाल के लिखित जवाब में आई. सुलह से भाजपा विधायक विपिन परमार ने इस संदर्भ में सवाल किया था. तीन हिस्सों में पूछे गए सवाल में विपिन परमार ने जानना चाहा था कि अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी ने कब उत्पादन शुरू किया, कितना पट्टा आवंटित किया गया और कंपनी पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण के लिए क्या कर रही है.

50 साल का दिया गया पट्टा: इस सवाल के लिखित जवाब में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी को 50 साल के लिए चूना-पत्थर का पट्टा दिया गया है. कंपनी को कुल 324.479 हेक्टेयर भूमि दी गई है. कंपनी रोजाना 5 हजार मीट्रिक टन सीमेंट का उत्पादन करती है. उद्योग मंत्री ने बताया कि कंपनी पर्यावरण संरक्षण के लिए कई उपाय करती और संबंधित एजेंसियां समय-समय पर निरीक्षण करती हैं.

शिवधाम मंडी का अनुबंध क्यों हुआ रद्द: मंडी में पूर्व जयराम सरकार के समय में मंडी में शिवधाम का प्रोजेक्ट शुरू किया गया था. मौजूदा सरकार ने इस प्रोजेक्ट के अनुबंध को 18 जनवरी को रद्द कर दिया था. बजट सत्र के दौरान एक सवाल के लिखित जवाब में ये जानकारी सामने आई. नाचन के विधायक विनोद कुमार ने सवाल किया था कि मंडी में शिवधाम प्रोजेक्ट की क्या स्थिति है. इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तरफ से लिखित जवाब में बताया गया कि मंडी शिवधाम प्रोजेक्ट दो चरणों में पूरा होना है. निर्माण कार्य निर्धारित अवधि में पूरा न होने पर अनुबंध रद्द किया गया और अब नए सिरे से टेंडर होंगे.

पहली बार बने विधायकों ने भी पूछे सवाल: जब टेंडर नए सिरे से होगा तो अवार्ड होने के एक साल के भीतर काम पूरा किया जाएगा. शिवधाम प्रोजेक्ट में सात चरण हैं, इसमें सिर्फ त्र्यंबकेश्वर,, भीमाशंकर, ओंकारेश्वर व काशी विश्वनाथ मंदिर का कार्य पूरा हुआ है. इसके अलावा बाकी कार्य 15 से 75 फीसदी तक हुआ है. प्रश्नकाल में पहले दिन कुल 46 सवाल लगे थे. पहली बार विधायक बने भाजपा के डॉ. जनकराज व दीपराज ने तीन-तीन सवाल पूछे.कांग्रेस टिकट पर पहली बार विधायक बने केवल सिंह पठानिया ने भी सवाल पूछा. विधायकों ने अधिकांश सवाल अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं व मांगों से संबंधित किए थे. सड़क औषधालय, रिक्त पद व पुलों की मरम्मत आदि पर केंद्रित सवाल किए गए.

ये भी पढ़ें : मनसा राम की स्मृति में नेता प्रतिपक्ष ने सुनाया दिलचस्प किस्सा, जब कमरे में हुए बंद और बाहर से लग गया ताला

शिमला: हिमाचल प्रदेश में अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी रोजाना 5 हजार मीट्रिक टन सीमेंट का उत्पादन करती है. सीमेंट कंपनी को हिमाचल में 50 साल के लिए चूना-पत्थर का पट्टा आवंटित किया गया है. ये जानकारी विधानसभा के बजट सत्र में एक सवाल के लिखित जवाब में आई. सुलह से भाजपा विधायक विपिन परमार ने इस संदर्भ में सवाल किया था. तीन हिस्सों में पूछे गए सवाल में विपिन परमार ने जानना चाहा था कि अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी ने कब उत्पादन शुरू किया, कितना पट्टा आवंटित किया गया और कंपनी पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण के लिए क्या कर रही है.

50 साल का दिया गया पट्टा: इस सवाल के लिखित जवाब में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी को 50 साल के लिए चूना-पत्थर का पट्टा दिया गया है. कंपनी को कुल 324.479 हेक्टेयर भूमि दी गई है. कंपनी रोजाना 5 हजार मीट्रिक टन सीमेंट का उत्पादन करती है. उद्योग मंत्री ने बताया कि कंपनी पर्यावरण संरक्षण के लिए कई उपाय करती और संबंधित एजेंसियां समय-समय पर निरीक्षण करती हैं.

शिवधाम मंडी का अनुबंध क्यों हुआ रद्द: मंडी में पूर्व जयराम सरकार के समय में मंडी में शिवधाम का प्रोजेक्ट शुरू किया गया था. मौजूदा सरकार ने इस प्रोजेक्ट के अनुबंध को 18 जनवरी को रद्द कर दिया था. बजट सत्र के दौरान एक सवाल के लिखित जवाब में ये जानकारी सामने आई. नाचन के विधायक विनोद कुमार ने सवाल किया था कि मंडी में शिवधाम प्रोजेक्ट की क्या स्थिति है. इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तरफ से लिखित जवाब में बताया गया कि मंडी शिवधाम प्रोजेक्ट दो चरणों में पूरा होना है. निर्माण कार्य निर्धारित अवधि में पूरा न होने पर अनुबंध रद्द किया गया और अब नए सिरे से टेंडर होंगे.

पहली बार बने विधायकों ने भी पूछे सवाल: जब टेंडर नए सिरे से होगा तो अवार्ड होने के एक साल के भीतर काम पूरा किया जाएगा. शिवधाम प्रोजेक्ट में सात चरण हैं, इसमें सिर्फ त्र्यंबकेश्वर,, भीमाशंकर, ओंकारेश्वर व काशी विश्वनाथ मंदिर का कार्य पूरा हुआ है. इसके अलावा बाकी कार्य 15 से 75 फीसदी तक हुआ है. प्रश्नकाल में पहले दिन कुल 46 सवाल लगे थे. पहली बार विधायक बने भाजपा के डॉ. जनकराज व दीपराज ने तीन-तीन सवाल पूछे.कांग्रेस टिकट पर पहली बार विधायक बने केवल सिंह पठानिया ने भी सवाल पूछा. विधायकों ने अधिकांश सवाल अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं व मांगों से संबंधित किए थे. सड़क औषधालय, रिक्त पद व पुलों की मरम्मत आदि पर केंद्रित सवाल किए गए.

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