शिमला: हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला में आगजनी के मामले थम नहीं रहे हैं. वहीं, सर्दियों में आग के मामलों में बढ़ोतरी हो जाती है. ताजा मामले में रोहड़ू के चिड़गांव में 6 कमरों का 2 मंजिला मकान जलकर राख हो गया है. वहीं, हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है. आज सुबह समय करीब 7 बजे पुलिस चौकी जांगला थाना चिड़गांव में सूचना मिली है कि ग्राम सारीबास के गांव कोलछा में अरुण पुत्र नितवी राम के दोगरी में दो मंजिला मकान जलकर राख हुआ है. जिसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है. वहीं, आग लगने के कारण का पता नहीं चल सका है.
बताया जा रहा है इस मकान में बिजली का कोई कनेक्शन नहीं था. आग की लपटें उठती देख लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तेज हवा होने के कारण आग तेजी से फैलती गई और पूरे भवन को कब्जे में ले लिया. लोगों ने मामले की सूचना पुलिस और अग्निशमन विभाग को दी, लेकिन अग्निशमन की गाड़ी आने से पहले ही भवन जलकर राख हो चुका था. एसपी शिमला संजीव गांधी ने मामले की पुष्टि की है. इस आगजनी की घटना में करीब 30 लाख रुपये का नुकसान का आंकलन किया गया है.
गैस सिलेंडर और शार्ट सर्किट आ लगने का मुख्य कारण: अग्निशमन विभाग शिमला ने यह पाया है कि आगजनी का मुख्य कारण गैस सिलेंडर में लीकेज और शॉर्ट सर्किट है. शिमला अग्निशमन अधिकारी मंसाराम ने बताया कि बीते 13 दिनों में शहर में पांच आगजनी के मामले सामने आए हैं. जिनमें दो बड़े हादसे हैं ढली और लक्कड़ बाजार जहां आग से लाखों रुपए का नुकसान हुआ था. उनका कहना था कि मार्च में 23 तारीख को भी आईजीएमसी में एक बड़ा अग्निकांड हुआ था, लेकिन समय रहते आग पर काबू पा लिया गया था और शहर में बड़ा हादसा रुक गया था.