शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना करने वाले कर्मचारियों को दो चरणों में प्रशिक्षण दिया जाएगा. पहले प्रशिक्षण के लिए 2 दिसंबर या 3 दिसंबर निर्धारित किया गया है. ऐसे में कुछ जगहों पर शुक्रवार को ट्रेनिंग शुरू हो गई जबकि अन्य जगहों पर शनिवार को ट्रेनिंग दी जाएगी. (himachal pradesh elections result 2022)
6 दिसंबर को रेंडमाइडेशन होगी पूरी: जिलों के निवार्चन अधिकारियों ने अपनी सुविधा अनुसार इनमें से एक दिन तय किया है. इसके अलावा 6 दिसंबर को रेंडमाइडेशन पूरी होने के बाद कर्मचारियों की दूसरी ट्रेनिंग पूरी होगी. मतगणना कर्मियों और अधिकारियों को ट्रेनिंग के दौरान मतगणना के नियमों और विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी जाएगी. 7 दिसंबर को कर्मचारी अपने रिटर्निंग अधिकारियों को रिपोर्ट करेंगे.
1 मतगणना केंद्र में करीब 60 कर्मचारी: आठ दिसंबर को होने वाली मतगणना के लिए एक मतगणना केंद्र में करीब 60 कर्मचारी तैनात रहेंगे. हर केंद्र ईवीएम के लिए 14 टेबल होंगे. हर टेबल पर काउंटिंग सुपरवाइजर और एक सहायक और एक सुपरवाइजर होगा. एक टेबल एक रिटर्निंग अधिकारी होगा. पोस्टल बैलेट के लिए अलग से टेबल लगेंगे. इस तरह करीब 60 कर्मचारी एक केंद्र में काउंटिंग के काम लिए रहेंगे. इसके अलावा अलग से भी वैकल्पिक तौर पर भी स्टाफ रहेगा.
प्रत्याशियों के एजेंटों को लेना होगा पास: मतगणना केंद्र में केवल एजेंटों के जाने की व्यवस्था रहेगी, इसके लिए भी उनको पहले राज्य निर्वाचन विभाग की ओर से पास जारी किया जाएगा. आठ सुबह आठ बजे मतों की गणना शुरू हो जाएगी. आरंभ में पोस्टल बैलेट गिने जाएंगे और आधे घंटे बाद ईवीएम की गणना होगी. हर राउंड के बाद प्रत्याशियों को मिलने वाले वोटों की जानकारी दी जाती रहेगी. सभी मतगणना केंद्रों पर इसके लिए मीडिया सेंटर बनाए जाएंगे. यहां स्क्रीन लगेंगी, जिनमें प्रत्याशियों के जीत और हार, वोटों का मार्जिन दिखाया जाएगा.
68 मतगणना केंद्रों में होने वाली मतगणना के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे. इन केंद्रों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा प्रदान की जाएगी. किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को मतगणना केंद्र के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी. इसके साथ ही मोबाइल फोन ले जाने पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा.
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