शिमला: हिमाचल प्रदेश में निजी बस ऑपरेटर की हड़ताल खत्म होने के आसार बन रहे हैं. राज्य सरकार ने निजी बस ऑपरेटर्स से हड़ताल वापस लेने की अपील की है. गुरुवार को परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने निजी बस ऑपरेटर्स यूनियन से अपील की और साथ ही भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा.
हिमाचल में 16 मई तक कोरोना कर्फ्यू
परिवहन मंत्री ने कहा कि हिमाचल में 16 मई तक कोरोना कर्फ्यू है. उसके बाद निजी बस ऑपरेटर्स यूनियन के साथ वार्ता की जाएगी. बिक्रम ठाकुर ने ये भी भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार यूनियन की टैक्स फ्री लोन व वर्किंग कैपिटल संबंधी मांग पर भी गंभीरता से विचार करेगी. परिवहन मंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के इस संकटकाल में प्राइवेट बसों के न चलने से आम जनता असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. हड़ताल वापस लेने से जनता को राहत मिलेगी. उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि संकट के इस दौर में यूनियन को सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए. परिवहन मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार 16 मई के बाद प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन से वार्ता कर उनकी जायज मांगों का समाधान करेगी.
मांगों पर सरकार कर रही विचार
उन्होंने बस ऑपरेटर यूनियन से सहयोग करने का आग्रह करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उनके साथ है और उनकी मांगों पर संवेदनशीलता से विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार निजी बस ऑपरेटरों के वर्किंग पूंजी एवं टैक्स माफी के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रही है. परिवहन मंत्री ने कहा कि इस महामारी की चुनौती से निपटने के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे.
3 मई से हड़ताल पर निजी बस ऑपरेटर्स
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर निजी बस ऑपरेटर्स यूनियन तीन मई से हड़ताल पर है. इससे प्रदेश की जनता को आवागमन में दिक्कत आ रही है. हिमाचल में ग्रामीण व कस्बाई रूट्स पर निजी बस ऑपरेटर्स बड़ी संख्या में सेवाएं देते हैं. यूनियन का कहना है कि पहले लॉकडाउन और उसके बाद सवारियों की कमी से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है. यूनियन के पदाधिकारी टैक्स माफ करने के अलावा ब्याजमुक्त लोन की भी मांग कर रहे हैं.
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