प्रदेश में प्रतिदिन 75.81 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है, जबकि प्रतिदिन 27.83 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उपयोग हो रहा है. प्रदेश में वर्तमान में 4728 डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर तथा 1535 बी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं.
राजधानी शिमला में कोरोना कर्फ्यू के दौरान ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है. नियमों की अवहेलना करने वालों पर पुलिस सख्ती बरत रही है. मंगलवार को पुलिस ने ड्रोन कैमरे की मदद से रिज मैदान, मालरोड सब्जी मंडी और लोअर बाजार का निरीक्षण किया.
- राधास्वामी सत्संग भवन में जल्द शुरू होगा 200 बिस्तरों वाला मेक शिफ्ट अस्पताल : DC
बालिका आश्रम में बच्चियों और स्टाफ के संक्रमित होने के बाद सब चिंतित हो गए थे. पहले दिन से ही प्रशासन ने बच्चियों को आइसोलेट किया. बालिका आश्रम में बच्चियों की देखभाल के लिए प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और प्रशासन के लोग स्थिति का जायजा लेने जा रहे हैं और बच्चियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं.
साइबर ठग आपको ठगने के लिए नए-नए पैंतरे अपनाते हैं. ठग हमेशा घात लगाए रहते हैं कि कब आप लापरवाह बनें और वो आपकी मेहनत की कमाई पर हाथ फेर दें. हमेशा याद रखें कि कोई भी बैंक अपने उपभोक्ताओं को फोन पर ना तो खाते से जुड़ी कोई जानकारी साझा करता है और ना ही खाते से जुड़े किसी प्रकार के दस्तावेज मांगता है, इसीलिए बैंक उपभोक्ताओं को साइबर ठगी से बचने के लिए इन बातों का ध्यान लेना बेहद जरूरी है.
मंगलवार को हिमाचल में एक दिन में 64 लोगों की मौत हुई है. प्रदेश में आज कोरोना के 4,977 नए मामले सामने आए हैं. अब तक प्रदेश में 1,02,499 कोरोना संक्रमित पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं.
शादियों के सीजन में प्रिंटिंग प्रेस में दिन रात काम चलता है और कार्ड छपाई की डिमांड ज्यादा रहती है, लेकिन इस साल जैसे ही शादी का सीजन शुरू हुआ वैसे ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते फिर लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू लग गया, जिससे प्रिंटिंग प्रेस कारोबार अभी भी मंदी की मार झेल रहा है.
उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि कोरोना संकट से हिमाचल की जनता को बचाने के लिए जयराम सरकार जी तोड़ मेहनत कर रही है. बिक्रम ठाकुर ने कहा कि कोरोना संकट के बीच जयराम सरकार की लड़ाई 3 तरह की है. इसमें मरीजों को बेहतर सेवाएं मुहैया करवाना, बेरोजगार हो रहे युवाओं को रोजगार देना और लोगों के व्यवसाय पर पड़ रही मार सरकार के लिए चिंता का विषय हैं. सरकार इन पर काम कर रही है.
राजधानी शिमला के खलीनी उपनगर में सड़क किनारे एक व्यक्ति बेहोशी की हालत में पाया गया. अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर ने व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया. मौत के कारण का पता लगाने के लिए अभी पोस्टमार्टम किया जाना बाकी है. फिलहाल शव को इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के डेड हाउस में रखा गया है.
प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और किसी भी जिले में इस इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है. राज्य के पास वर्तमान समय में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश भर में कुल 6,425 रेमडेसिविर इंजेक्शन स्टाॅक में उपलब्ध हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डाॅ. निपुण जिंदल ने प्रदेश की जनता का आह्वान किया है कि वे कुछ लोगों द्वारा फैलाई जा रहीं अफवाहों पर विश्वास नहीं करें और न इन पर कोई ध्यान दें.
ये भी पढ़ें- अस्पतालों में बेड की व्यवस्था पर ग्राउंड रिपोर्ट, जाने कहां कितने हैं खाली...कितने हैं मरीजों से भरे