Himachal Election: लाहौल स्पीति में बदलेगा रिवाज या बनेगा इतिहास, 1998 से रिपीट नहीं हुआ MLA
लाहौल स्पीति विधानसभा सीट का मुकाबला इस बार त्रिकोणीय नजर आ रहा है. इस बार भाजपा ने डॉ. रामलाल मारकंडा (Dr Ramlal Markanda) को मैदान में उतारा है. तो वहीं, कांग्रेस के प्रत्याशी रवि ठाकुर (Congress candidate Ravi Thakur) भी लगातार ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. इसके अलावा आजाद प्रत्याशी के तौर पर श्याम आजाद ने भी चुनावी ताल ठोकी है. वहीं, आम आदमी पार्टी की तरफ से सुदर्शन जसपा चुनावी मैदान में उतर गए हैं.
शिमला: कार खाई में गिरने से चालक की मौत, इसी जगह भाई की भी गई थी जान
शिमला जिला के सुन्नी में एक सड़क हादसा पेश आया है. जहां शुक्रवार को एक कार खाई में गिर गई. इस हादसे में चालक की मौके पर ही मौत हो गई. मृतक की पहचान विजय कुमार के तौर पर हुई है, ये सुन्नी का रहने वाला (Car Fell In The Ditch in sunni) था. पढ़ें पूरी खबर..
हिमाचल की राजनीति में महिलाओं का प्रभाव, हर मंच पर सफलता, लेकिन CM पद के लिए इंतजार बरकरार
हिमाचल में महिलाओं को आबादी पुरुषों के बराबर है. बावजूद इसके विधानसभा, लोकसभा या राज्यसभा में महिलाओं की भागीदारी काफी कम है. हिमाचल में अभी भी महिला मुख्यमंत्री का इंतजार है. विद्या स्टोक्स मुख्यमंत्री बनने की दहलीज पर जरूर पहुंची थीं, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया. हालांकि कई महिला विधायक कैबिनेट मंत्री का पद संभाला चुकी हैं, लेकिन आंकड़ों पर गौर किया जाए तो आज तक 38 महिलाएं ही विधायक बनकर विधानसभा (Female MLAs in Himachal) पहुंची हैं. पढ़ें पूरी खबर...
कुल्लू के बंजार विधानसभा सीट (banjar assembly seat ) से कांग्रेस पार्टी के सशक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री खीमी राम (surender shourie vs khimi ram) चुनावी मैदान में हैं. वहीं 2017 में बंजार से पहली बार विधायक बने सुरेंद्र शौरी बीजेपी प्रत्याशी हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह के छोटे पुत्र हितेश्वर सिंह ने इस सीट की जंग को त्रिकोणीय बना दियै है. हितेश्वर सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. तीनों प्रत्याशी भाजपा पृष्ठभूमि के नेता हैं लेकिन टिकट ना मिलने की नाराजगी के बाद एक दूसरे का खेले बिगाड़ने में लगे हैं.
हर जिले में कांग्रेस के CM पद के दावेदार, जमकर होगी खींचतान- आश्रय शर्मा
हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए बीजेपी नेता आश्रय शर्मा ने कांग्रेस पर तंज कसा है. आश्रय शर्मा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि कौल सिंह ठाकुर ने अगर समय पर मंडी के बारे में सोचा होता तो मंडी जिला से मुख्यमंत्री बहुत पहले ही बन गए होते. (himachal assembly election 2022) (Darang Assembly seat)
भाजपा नेता व पूर्व IAS प्रेम सिंह ड्रैक पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित, जानिए क्या है पूरा मामला
भाजपा प्रदेश आलाकमान ने वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व IAS प्रेम सिंह ड्रैक को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. (Prem Singh Draik terminated from BJP for 6 years)
मनाली विधानसभा क्षेत्र (Manali Assembly Constituency) में राजनीतिक समीकरण लगातार बदल रहे हैं. यहां कांग्रेस धरातल पर एकजुट नजर आ रही है और भाजपा की नींद बागी उम्मीदवार एडवोकेट महेंद्र सिंह ठाकुर ने उड़ा दी है. उन्होंने नीर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, जिससे BJP प्रत्याशी गोविंद सिंह ठाकुर की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पढे़ं पूरी खबर..
ये कैसी आग और ये कैसा धुआं, हिमाचल में आखिर राजीव शुक्ला से नाराजगी क्यों
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने बागियों को मनाने का जिम्मा कांग्रेस प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला को दिया है. लेकिन वे अभी तक किसी भी कार्यकर्ता से नहीं मिले हैं. वहीं, सूत्रों की मानें तो राजीव शुक्ला का बीसीसीआई, अनुराग ठाकुर व क्रिकेट को लेकर भाजपा के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर है, जिसका असर पार्टी पर पड़ेगा. (Congress Leaders upset with Rajeev Shukla) (Himachal Assembly Election 2022)
सोलन विधानसभा सीट: चुनाव में भिड़ रहे PHD डिग्री वाले कर्नल ससुर और मेडिसिन के प्रोफेसर डॉक्टर दामाद
सोलन विधानसभा सीट (Solan assembly seat) पर इस बार का मुकाबल काफी रोचक रहने वाला है. इस बार भी ससुर-दामाद चुनावी मैदान में हैं. जहां एक ओर सोलन के मौजूदा विधायक कर्नल धनीराम शांडिल कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में है तो वहीं दूसरी तरफ उनके सामने उनके ही दामाद डॉक्टर राजेश कश्यप दूसरी बार सोलन सदर सीट से चुनावी मैदान में है. 2017 के विधानसभा चुनाव में ससुर ने 671 मतों के अंतर से दामाद को चुनाव में पटखनी दी थी. ऐसे में इस बार देखना होगा की क्या ससुर हैट्रिक लगा पाते हैं या दामाद कमल खिलाते हैं ?
हिमाचल प्रदेश में सियासी गलियारों में राजपूतों व ब्राह्मणों का दबदबा है. प्रदेश में राजपूत और ब्राह्मण समुदाय की सबसे ज्यादा आबादी है. कांग्रेस की लिस्ट में 68 में से 28 राजपूत व 12 प्रत्याशी ब्राह्मण हैं. वहीं, भाजपा की सूची में 28 प्रत्याशी राजपूत व 9 उम्मीदवार ब्राह्मण वर्ग से हैं. यहां राजपूतों की राजनीति में मजबूत धमक मानी जाती है. (Caste Equations in Himachal) (Himachal Assembly Election 2022) (Rajputs in Himachal Politics) (Brahmin in Himachal Politics)