शिमला: डेंटल कॉलेज शिमला में टूथ ब्रशिंग डे पर शनिवार को कॉलेज के स्टूडेंट्स के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस मौके पर डेंटल कॉलेज के डॉक्टरों ने बताया कि सही तरीके से टूथ ब्रश ना करने से 70 फीसदी लोग दांतों की बीमारी से ग्रस्त हैं. सही तरीके से टूथ ब्रश कर दांतों और मसूड़ों को बीमारी से बचाया जा सकता है.
इस सम्बंध में डॉ. शैली फोतेदार ने बताया कि प्रतिवर्ष सात नवंबर को टूथ ब्रशिंग डे पर स्कूलों में जा कर लोगों को ब्रश के प्रति जागरूक किया जाता था, लेकिन इस बार कोरोना संकट के कारण कॉलेज में ही पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई है, जिसमें इनाम भी दिए गए.
लोगों को हिदायत देते हुए डॉ. शैली ने कहा कि दांतों को सड़न व अन्य बीमारी से बचाने के लिए दो टाइम ब्रश करना जरूरी है. सुबह उठते समय ब्रश ना भी कर सकें तो कोई बात नहीं, लेकिन ब्रेकफास्ट करने के बाद ब्रश जरूर करना चाहिए. शाम को खाना खाने के बाद भी ब्रश जरूर करना चाहिए. ब्रश हमेशा सॉफ्ट ही इस्तेमाल करना चाहिए और दो से चार मिनट तक ही करना चाहिए. ज्यादा जोर से ब्रश करने से दांतों की परत निकल जाती है.
डेंटल कॉलेज शिमला के प्रधानाचार्य डॉ. आशु गुप्ता ने बताया कि आज कॉलेज में ब्रशिंग डे मनाया गया है और इस अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. ये सभी पेंटिंग कॉलेज में विभिन्न जगह पर लगाए जाएंगे. जिससे अस्प्ताल आने वाले मरीजों तीमारदारों को दांतों की बीमारी के प्रति जागरूक किया जा सके. उन्होंने कहा कि लोगों को दांतों के बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए कॉलेज प्रयास रत है और विभिन्न कार्यक्रम करता रहता है.
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