शिमला: हिमाचल विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस विधायकों का निलंबन का आज छठा दिन है. ऐसे में और अभी तक सत्तापक्ष की ओर से कोई भी पहल इस विवाद को सुलझाने के लिए नहीं की जा रही है.
शनिवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बजट पेश करने जा रहे हैं, लेकिन विपक्ष ने बजट में हिस्सा न लेने का फैसला किया है. शुक्रवार को मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें यह फैसला लिया गया है कि जब तक कांग्रेस के विधायकों का निलंबन वापस नहीं लिया जाता, तब तक कांग्रेस का कोई भी विधायक सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेगा.
निलंबन वापस लेने तक विरोध जारी
कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि सत्ता पक्ष की तरफ से अभी तक विपक्ष से कोई बातचीत नहीं की गई है और आज नेता प्रतिपक्ष की अध्यक्षता में बैठक की गई है. बैठक में फैसला लिया गया है कि जब तक कांग्रेस विधायकों का निलंबन वापस नहीं लिया जाता, तब तक कांग्रेस का कोई भी विधायक ना तो सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेगा और ना ही शनिवार को बजट के दौरान कोई विधायक मौजूद रहेगा. उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस विधायकों का निलंबन का छठा दिन है और अभी तक उनके निलंबन वापस नहीं लिया गया है. विपक्ष बाहर बैठ कर ही अपना रोष जताएगा.
पहली बार मुख्यमंत्री पेश कर सकते हैं बिना विपक्ष के बजट
बता दें कि हिमाचल विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन ही राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच धक्का-मुक्की हुई थी. इसके बाद कांग्रेस के पांच विधायकों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया था. वहीं, कांग्रेस के अन्य विधायक भी सदन की कार्रवाई में हिस्सा नहीं ले रहे हैं और विधायक का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे हैं. वहीं, विपक्ष के निलंबन वापस नहीं लिया जाता है तो यह पहली बार होगा कि मुख्यमंत्री बिना विपक्ष के बजट पेश करेंगे.