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मानव भारती विश्वविद्यालय फर्जी डिग्री मामले में जल्द दायर होगी सप्लीमेंट्री चार्जशीट- शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर - शिमला की खबर

नियम 62 के तहत मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री मामले पर राजेंद्र राणा के द्वारा लाए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. पढ़ें पूरी खबर...

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर.
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर.
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Published : Apr 4, 2023, 9:43 AM IST

शिमला: मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री मामले में चार्जशीट दायर हो चुकी है और जल्द ही इसमें एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की जाएगी. यह बात शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने नियम 62 के तहत मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री मामले पर राजेंद्र राणा के द्वारा लाए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कही. उन्होंने कहा कि उन्होंने डिग्री फर्जी और पेपर लीक मामलों से जनता का व्यवस्था पर भरोसा उठ रहा है. उन्होंने कहा कि 2008 से 2012 के बीच आए 17 विश्वविद्यालय के जो परिणाम सामने आए हैं वो चिंता का विषय है.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस बारे में 6 जनवरी 2020 को पहली बार शिकायत सरकार को मिली थी. इसके बाद कार्रवाई भी हुई है. इसकी जांच के लिए एडीजीपी सीआईडी की अगुवाई में 19 लोगों की एसआईटी गठित की. जिसमें 41 हजार में से 36000 फर्जी डिग्री मिली. उन्होंने कहा कि इस मामले में 21 लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई और अरेस्ट हुए मालिक राजकुमार राणा अभी बेल पर हैं. इस मामले में राज्य और राज्य से बाहर राजस्थान में 194 करोड़ की संपत्ति जब्त हो चुकी है. सरकार इसकी जांच को लॉजिकल एंड तक ले जाएगी.

रोहित ठाकुर ने कहा कि पुलिस विभाग अपना कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि एपीजी विश्वविद्यालय की शिकायत हुई थी कि वहां भी ऐसा रैकेट था. इसकी भी जांच चली है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस मामले में हायर एजुकेशन या प्राइवेट रेगुलेटरी कमीशन के लोगों की भूमिका की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं, जिन्होंने गलत कार्य किया है उन पर कार्रवाई होगी. सरदार पटेल विश्वविद्यालय पर विधायक चंद्रशेखर द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव की चर्चा का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय की स्थापना 2022 में हुई थी. उन्होंने कहा कि यहां पर हुई भर्तियों के बारे में पीएम कार्यालय में शिकायत की गई थी.

उन्होंने कहा कि यहां शिक्षक के 67 पद मंजूर हैं जिनमें से 26 पद पर शिक्षक लगाए जा चुके हैं. उन्होंने साफ कहा कि अगर अनियमितता पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. विधायक चंद्रशेखर की अनुपस्थिति में उनकी ओर से राजेश धर्माणी ने इस चर्चा में हिस्सा लिया. इससे पहले जयराम ठाकुर ने कहा कि मानव भारती विवि मामले की जांच उनकी सरकार ने सौंपी थी, इसमें पुलिस ने अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि इस जांच में ज्यादा गति नहीं आ पा रही है, इस जांच को तेज गति दी जानी चाहिए.

सरदार पटेल विश्वविद्यालय पर जयराम ठाकुर ने कहा कि सारे मानदंडों को पूरा करने के बाद यह खोला गया और इसको फंक्शनल किया गया. उन्होंने कहा कि दरअसल सरदार पटेल विश्वविद्यालय से कुछ लोगों के लिए परेशानी क्यों है. उन्होंने कहा कि यह संस्थान राजनीतिक अखाड़ा बनता जा रहा है कि आखिर यह मंडी में क्यों खुल गई. जयराम ठाकुर ने कहा कि इस संस्थान के लिए सरकार ने एचपीयू से कुछ 9 कर्मचारियों को भेजा था, लेकिन उनका डेपुटेशन वापस ले लिया गया.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस बारे में संयुक्त निदेशक शिक्षा ने पत्र लिखा कि एक कमेटी बना दी गई है जो कि शिक्षक भर्ती की अनियमितता की जांच करेगी. जबकि इसकी जांच ही नहीं हुई तो कैसे इसमें अनियमितता की बात की जा रही है. उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल को विश्वविद्यालय की ईसी की बैठक में एजेंडा यह तय कर दिया है, जिसके तहत वहां पर वीसी और प्रो वाइस चांसलर को वापस कर दिया जाएगा. उनकी छुट्टी कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि संस्थान को बंद करने का प्रयास बर्दाश्त नहीं होगा. उन्होंने कहा कि विवि को बंद करने का षड्यंत्र बहुत महंगा पड़ेगा.

ये भी पढ़ें: CM सुखविंदर सिंह आज विधानसभा में पेश करेंगे नशे के खिलाफ संकल्प, NDPS एक्ट में होगा बदलाव, शाम को कैबिनेट बैठक

शिमला: मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री मामले में चार्जशीट दायर हो चुकी है और जल्द ही इसमें एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की जाएगी. यह बात शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने नियम 62 के तहत मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री मामले पर राजेंद्र राणा के द्वारा लाए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कही. उन्होंने कहा कि उन्होंने डिग्री फर्जी और पेपर लीक मामलों से जनता का व्यवस्था पर भरोसा उठ रहा है. उन्होंने कहा कि 2008 से 2012 के बीच आए 17 विश्वविद्यालय के जो परिणाम सामने आए हैं वो चिंता का विषय है.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस बारे में 6 जनवरी 2020 को पहली बार शिकायत सरकार को मिली थी. इसके बाद कार्रवाई भी हुई है. इसकी जांच के लिए एडीजीपी सीआईडी की अगुवाई में 19 लोगों की एसआईटी गठित की. जिसमें 41 हजार में से 36000 फर्जी डिग्री मिली. उन्होंने कहा कि इस मामले में 21 लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई और अरेस्ट हुए मालिक राजकुमार राणा अभी बेल पर हैं. इस मामले में राज्य और राज्य से बाहर राजस्थान में 194 करोड़ की संपत्ति जब्त हो चुकी है. सरकार इसकी जांच को लॉजिकल एंड तक ले जाएगी.

रोहित ठाकुर ने कहा कि पुलिस विभाग अपना कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि एपीजी विश्वविद्यालय की शिकायत हुई थी कि वहां भी ऐसा रैकेट था. इसकी भी जांच चली है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस मामले में हायर एजुकेशन या प्राइवेट रेगुलेटरी कमीशन के लोगों की भूमिका की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं, जिन्होंने गलत कार्य किया है उन पर कार्रवाई होगी. सरदार पटेल विश्वविद्यालय पर विधायक चंद्रशेखर द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव की चर्चा का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय की स्थापना 2022 में हुई थी. उन्होंने कहा कि यहां पर हुई भर्तियों के बारे में पीएम कार्यालय में शिकायत की गई थी.

उन्होंने कहा कि यहां शिक्षक के 67 पद मंजूर हैं जिनमें से 26 पद पर शिक्षक लगाए जा चुके हैं. उन्होंने साफ कहा कि अगर अनियमितता पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. विधायक चंद्रशेखर की अनुपस्थिति में उनकी ओर से राजेश धर्माणी ने इस चर्चा में हिस्सा लिया. इससे पहले जयराम ठाकुर ने कहा कि मानव भारती विवि मामले की जांच उनकी सरकार ने सौंपी थी, इसमें पुलिस ने अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि इस जांच में ज्यादा गति नहीं आ पा रही है, इस जांच को तेज गति दी जानी चाहिए.

सरदार पटेल विश्वविद्यालय पर जयराम ठाकुर ने कहा कि सारे मानदंडों को पूरा करने के बाद यह खोला गया और इसको फंक्शनल किया गया. उन्होंने कहा कि दरअसल सरदार पटेल विश्वविद्यालय से कुछ लोगों के लिए परेशानी क्यों है. उन्होंने कहा कि यह संस्थान राजनीतिक अखाड़ा बनता जा रहा है कि आखिर यह मंडी में क्यों खुल गई. जयराम ठाकुर ने कहा कि इस संस्थान के लिए सरकार ने एचपीयू से कुछ 9 कर्मचारियों को भेजा था, लेकिन उनका डेपुटेशन वापस ले लिया गया.

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस बारे में संयुक्त निदेशक शिक्षा ने पत्र लिखा कि एक कमेटी बना दी गई है जो कि शिक्षक भर्ती की अनियमितता की जांच करेगी. जबकि इसकी जांच ही नहीं हुई तो कैसे इसमें अनियमितता की बात की जा रही है. उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल को विश्वविद्यालय की ईसी की बैठक में एजेंडा यह तय कर दिया है, जिसके तहत वहां पर वीसी और प्रो वाइस चांसलर को वापस कर दिया जाएगा. उनकी छुट्टी कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि संस्थान को बंद करने का प्रयास बर्दाश्त नहीं होगा. उन्होंने कहा कि विवि को बंद करने का षड्यंत्र बहुत महंगा पड़ेगा.

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