शिमलाः देश भर के साथ हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर पहले से कई ज्यादा खतरनाक और घातक है. इस लहर के कई गुना ज्यादा संक्रामक होने के कारण बहुत से लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं. कोरोना संक्रमण के कम लक्षण वाले मरीजों के लिए सरकार ने होम आइसोलेशन की व्यवस्था की है. ऐसे में कई सामाजिक संगठन होम आइसोलेट हुए संक्रमितों को घर-घर जाकर खाना पहुंचा रहे हैं.
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को पहुंचा रहे खाना
एजुकेशनल ट्रस्ट के सदस्य लोगों को तीन समय का खाना दे रहे हैं. ट्रस्ट के सदस्य सुबह से ही खाना बनाने में जुट जाते हैं. इसके बाद लोगों को घर-घर जाकर खाना पहुंचाया जाता है. खाना बनाते समय कोरोना प्रोटोकॉल का विशेष ध्यान रखा जाता है. इसके अलावा ट्रस्ट के सदस्य कोरोना संक्रमितों को खाना पहुंचाते समय भी कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करते हैं.
सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट लोगों से सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़ रहा है. सोशल मीडिया के माध्यम से ही लोगों तक संपर्क करने के लिए नंबर पहुंचाए जाते हैं. फोन आने पर ट्रस्ट के सदस्य संक्रमित मरीज की सभी जानकारी लेकर उन तक एजुकेशनल ट्रस्ट की ओर से खाना पहुंचाते हैं.
कई किलोमीटर पैदल चलकर भी लोगों को पहुंचा रहे खाना
ट्रस्ट अब तक करीब 415 लोगों को खाना पहुंचा चुका है. ट्रस्ट की ओर से संक्रमित मरीजों को सुबह, दोपहर और रात का खाना उपलब्ध करवाया जा रहा है. यह खाना समरहिल में तैयार होता है और इसकी डिलीवरी शिमला शहर के संजौली और ढली इलाके तक की जा रही है. ट्रस्ट के सदस्य कई किलोमीटर पैदल चलकर भी लोगों को खाना मुहैया करवा रहे हैं.
खाने के अलावा सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट जरूरतमंद लोगों को मेडिकल किट भी मुहैया करवाता है. संकट के समय में छोटी मदद भी बेहद बड़ी हो जाती है और किसी के पेट को भरना तो सबसे बड़ा धर्म माना जाता है. बिना थके, बिना रुके काम कर रहे ट्रस्ट के सदस्यों का समर्पण भाव निश्चित तौर पर काबिले तारीफ है.
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