शिमला: विधायकों की संपत्ति व देनदारियों के विषय पर पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व विधायक सुखविंद्र सिंह सूक्खू के संकल्प पर विधानसभा में चर्चा कराने की मांग तेज हो गई है. बुधवार को कांग्रेस के 11 विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में स्पीकर डॉ. राजीव बिंदल को आग्रह पत्र भी सौंपा. कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी, कर्नल धनी राम शांडिल, लखविंदर राणा, हर्षवर्धन चौहान, नंद लाल, इंद्रदत्त लखनपाल, मोहन लाल ब्राक्टा, विक्रमादित्य सिंह, सुंदर सिंह ठाकुर, सतपाल रायजादा व पवन काजल ने विधायक सुखविंद्र सिंह सूक्खू के संकल्प का समर्थन करते हुए स्पीकर से मांग उठाई है कि 29 अगस्त को गैर कार्य दिवस में इस पर चर्चा कराई जाए.
संपत्ति व देनदारियां सार्वजनिक करने संबंधी संकल्प पर चर्चा में सभी विधायक हिस्सा लें और इसे सर्व सम्मति से पारित कर कानून बनाया जाए. जिसके तहत सभी विधायकों के लिए हर वर्ष संपत्ति व आय के स्रोत सार्वजनिक करना अनिवार्य हो. इस संकल्प पर नियम-101 के तहत गैर कार्य दिवस में चर्चा कराने में कोई आपत्ति किसी विधायक को नहीं होनी चाहिए. चूंकि, विधायिका में राजनीतिक शुचिता व पारदर्शिता लाने के लिए यह आवश्यक है. जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों का राजनीतिक जीवन पारदर्शी होना चाहिए.
विधानसभा में इस संकल्प पर चर्चा कराने से जनता का विधायिका पर विश्वास और बढ़ेगा. जनता की धारणा अनुसार विधायक जब कोई संपत्ति अर्जित करते हैं, या कोई काम-धंधा करते हैं तो उन्हें संदेह की दृष्टि से देखा जाता है. जनता के मन में यही रहता है कि वे विधायक होने का लाभ उठा रहे हैं. वर्तमान परिपेक्ष्य में विधायिका पर जनता उंगलियां उठा रही है, इसलिए संपत्ति व देनदारियां सार्वजनिक करने संबंधी संकल्प पर चर्चा कराकर कानून बनाना अनिवार्य हो गया है. विधायक सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने भी स्पीकर से आग्रह किया है कि उनके संकल्प पर सदन में गैर कार्य दिवस के दौरान चर्चा जरूर कराई जाए. उनका संकल्प जनता की भावनाओं से जुड़ा हुआ है.
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