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जयराम सरकार में खोले गए पांच कॉलेजों में जीरो एडमिशन, कुल 18 कॉलेज बंद करेगी सुखविंदर सरकार! - No students in five colleges in Himachal

जयराम सरकार ने विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर 18 कॉलेज खोले थे, लेकिन इन नए कॉलेजों में 5 कॉलेज में एक भी छात्र ने एडमिशन नहीं लिया. सुरविंदर सिंह सरकार अब इन्हें बंद कर सकती है. (Sukhvinder government will close 18 colleges)

जयराम सरकार में खोले गए पांच कॉलेजों में जीरो एडमिशन
जयराम सरकार में खोले गए पांच कॉलेजों में जीरो एडमिशन
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Published : Feb 11, 2023, 10:51 AM IST

Updated : Feb 11, 2023, 11:21 AM IST

शिमला: पूर्व की जयराम सरकार के कार्यकाल में खोले गए शिक्षण संस्थानों को लेकर तैयार रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं. कुल पांच कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें एक भी एडमिशन नहीं है. इसके अलावा 15 कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें नाममात्र एडमिशन हैं. ऐसे में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार इन 18 कॉलेजों को बंद कर सकती है.शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के पास उच्च शिक्षा विभाग से इस बारे में रिपोर्ट आ चुकी है.

जयराम सरकार ने 2022 में खोले थे 18 कॉलेज: चुनावी वर्ष यानी 2022 में जयराम सरकार ने प्रदेश में कुल 23 डिग्री कॉलेज खोले थे. उनमें से 5 में जीरो एडमिशन है और 13 में मामूली इनरोलमेंट है. केवल पांच कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें कुछ बेहतर संख्या में छात्र हैं.ऐसे में सवाल पैदा हो रहा है कि क्या सुखविंदर सिंह सरकार इन्हें बंद करेगी या फिर इनका रेशनेलाइजेशन होगा. बताया जा रहा है कि जीरो एडमिशन वाले स्कूल डिफंक्ट यानी फंक्शनल नहीं रहेंगे. इसके अलावा नाममात्र एडमिशन वाले कॉलेज भी बंद किए जा सकते हैं. इन कॉलेजों को लेकर क्या फैसला होगा, ये सीएम के लौटने के बाद तय होगा.

पांच कॉलेज में छात्र नहीं: भाजपा राज में खुले जिन पांच डिग्री कॉलेज में एक भी छात्र नहीं है, उनमें हमीरपुर जिले का लंबलू डिग्री कॉलेज, मंडी जिले का पांगणा डिग्री कॉलेज, शिमला जिले का जलोग डिग्री कॉलेज, सोलन जिले का चंडी डिग्री कॉलेज और रामपुर के पास खोला गया सिंगला डिग्री कॉलेज शामिल है. इसके अलावा बालसिन्हा डिग्री कॉलेज में 20 छात्र हैं तो हमीरपुर के गलोड़ डिग्री कॉलेज में 10, मंडी के पंडोह में 21, सोलन के ममलीग में पांच, नूरपुर के बरांडा में छह, सिरमौर के सतौन में 11, सोलन के बरुणा में 35, स्वारघाट में 20, चंबा के मसरुंड में 28, कोटला में एक, कांगड़ा के चढियार में 12, मंडी के बागाचनौगी में तीन और कुल्लू के जगतसुख में चार छात्रों ने एडमिशन ली है.

इन पर भी बंद होने का खतरा मंडराएगा: नई सरकार की ओर से बनाई गई रिपोर्ट के मुताबिक इन डिग्री कॉलेजों को वर्तमान मापदंडों पर भी परखा गया था. इसके अनुसार दूसरे डिग्री कॉलेज से 25 किलोमीटर की दूरी और एडमिशन को आधार बनाया गया था. इन मापदंडों के अनुसार सिर्फ पांच कॉलेज ही पास हो रहे हैं, इनमें चंबा का बनीखेत डिग्री कॉलेज, शाहपुर विधानसभा क्षेत्र का रिडकमार कॉलेज, सिराज विधानसभा क्षेत्र का छत्री डिग्री कॉलेज, सिरमौर जिले में नौहराधार डिग्री कॉलेज और चौपाल विधानसभा क्षेत्र का कुपवी डिग्री कॉलेज शामिल हैं.

इन सभी में एडमिशन भी अच्छी हुई. बनीखेत में 188, रिडकमार में 61, छतरी में 60, नौहराधार में 77 और कुपवी डिग्री कॉलेज में 86 छात्र एडमिशन ले चुके हैं. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का कहना है कि इन कॉलेजों के बारे में अब कैबिनेट में फैसला होगा. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ही इस बारे में अंतिम फैसला लेंगे.

ये भी पढ़ें: मंडी में होगा अश्वगंधा का प्रचार-प्रसार, वनस्पति वैज्ञानिक डॉ. तारा सेन को मिला प्रोजेक्ट

शिमला: पूर्व की जयराम सरकार के कार्यकाल में खोले गए शिक्षण संस्थानों को लेकर तैयार रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं. कुल पांच कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें एक भी एडमिशन नहीं है. इसके अलावा 15 कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें नाममात्र एडमिशन हैं. ऐसे में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार इन 18 कॉलेजों को बंद कर सकती है.शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के पास उच्च शिक्षा विभाग से इस बारे में रिपोर्ट आ चुकी है.

जयराम सरकार ने 2022 में खोले थे 18 कॉलेज: चुनावी वर्ष यानी 2022 में जयराम सरकार ने प्रदेश में कुल 23 डिग्री कॉलेज खोले थे. उनमें से 5 में जीरो एडमिशन है और 13 में मामूली इनरोलमेंट है. केवल पांच कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें कुछ बेहतर संख्या में छात्र हैं.ऐसे में सवाल पैदा हो रहा है कि क्या सुखविंदर सिंह सरकार इन्हें बंद करेगी या फिर इनका रेशनेलाइजेशन होगा. बताया जा रहा है कि जीरो एडमिशन वाले स्कूल डिफंक्ट यानी फंक्शनल नहीं रहेंगे. इसके अलावा नाममात्र एडमिशन वाले कॉलेज भी बंद किए जा सकते हैं. इन कॉलेजों को लेकर क्या फैसला होगा, ये सीएम के लौटने के बाद तय होगा.

पांच कॉलेज में छात्र नहीं: भाजपा राज में खुले जिन पांच डिग्री कॉलेज में एक भी छात्र नहीं है, उनमें हमीरपुर जिले का लंबलू डिग्री कॉलेज, मंडी जिले का पांगणा डिग्री कॉलेज, शिमला जिले का जलोग डिग्री कॉलेज, सोलन जिले का चंडी डिग्री कॉलेज और रामपुर के पास खोला गया सिंगला डिग्री कॉलेज शामिल है. इसके अलावा बालसिन्हा डिग्री कॉलेज में 20 छात्र हैं तो हमीरपुर के गलोड़ डिग्री कॉलेज में 10, मंडी के पंडोह में 21, सोलन के ममलीग में पांच, नूरपुर के बरांडा में छह, सिरमौर के सतौन में 11, सोलन के बरुणा में 35, स्वारघाट में 20, चंबा के मसरुंड में 28, कोटला में एक, कांगड़ा के चढियार में 12, मंडी के बागाचनौगी में तीन और कुल्लू के जगतसुख में चार छात्रों ने एडमिशन ली है.

इन पर भी बंद होने का खतरा मंडराएगा: नई सरकार की ओर से बनाई गई रिपोर्ट के मुताबिक इन डिग्री कॉलेजों को वर्तमान मापदंडों पर भी परखा गया था. इसके अनुसार दूसरे डिग्री कॉलेज से 25 किलोमीटर की दूरी और एडमिशन को आधार बनाया गया था. इन मापदंडों के अनुसार सिर्फ पांच कॉलेज ही पास हो रहे हैं, इनमें चंबा का बनीखेत डिग्री कॉलेज, शाहपुर विधानसभा क्षेत्र का रिडकमार कॉलेज, सिराज विधानसभा क्षेत्र का छत्री डिग्री कॉलेज, सिरमौर जिले में नौहराधार डिग्री कॉलेज और चौपाल विधानसभा क्षेत्र का कुपवी डिग्री कॉलेज शामिल हैं.

इन सभी में एडमिशन भी अच्छी हुई. बनीखेत में 188, रिडकमार में 61, छतरी में 60, नौहराधार में 77 और कुपवी डिग्री कॉलेज में 86 छात्र एडमिशन ले चुके हैं. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का कहना है कि इन कॉलेजों के बारे में अब कैबिनेट में फैसला होगा. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ही इस बारे में अंतिम फैसला लेंगे.

ये भी पढ़ें: मंडी में होगा अश्वगंधा का प्रचार-प्रसार, वनस्पति वैज्ञानिक डॉ. तारा सेन को मिला प्रोजेक्ट

Last Updated : Feb 11, 2023, 11:21 AM IST
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