शिमला: छात्र संगठन एसएफआई ने आज अपनी मांगों को लेकर राज्य सचिवालय के बाहर हल्ला बोला. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में राज्य सचिवालय के बाहर इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. छात्र संगठन एसएफआई के कार्यकर्ता काफी समय से मांग कर रहे हैं कि पूर्व सरकार के वक्त कॉलेज कैडर में हुई भर्तियों की जांच की जाए.
एसएफआई के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पूर्व सरकार के वक्त फर्जी तरीके से भर्ती प्रक्रिया पूरी की गई है. छात्र संगठन एसएफआई के राज्य सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ है. नई सरकार को भर्ती प्रक्रिया की जांच करनी चाहिए. साथ ही एसएफआई ने यह भी मांग की है कि हिमाचल प्रदेश में बीते 10 साल से बंद पड़े छात्र संघ चुनाव को बहाल किया जाए.
इसके अलावा छात्र संगठन एसएफआई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को वापस लेने के साथ एससी-एसटी छात्रवृत्ति में हुए घोटाले की निष्पक्ष जांच करने की भी मांग उठाई है. इसके अलावा छात्र संगठन एसएफआई छात्रवृत्ति को जल्द आवंटित करने की भी मांग कर रहा है. उन्होंने कहा कि छात्र संगठन एसएफआई ने यह भी मांग उठाई है कि विभिन्न कॉलेजों में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को भी भरा जाए और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भी जल्द स्थाई कुलपति की नियुक्ति की जाए.
छात्र संगठन एसएफआई ने कॉलेजों में बड़ी हुई पीटीए फीस को वापस लेने की मांग की है. वहीं, एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर सरकार इन मांगों पर जल्द ध्यान नहीं देती है, तो आने वाले समय में संगठन बड़ा आंदोलन करने से भी गुरेज नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती वे इसी तरह छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे.
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