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UG पहले और दूसरे वर्ष की परीक्षाओं को लेकर असमंजस, शिक्षा विभाग कर रहा विचार

प्रदेश में यूजी छात्रों को प्रमोट कर अगली कक्षाओं में भेजने का फैसला सरकार की ओर से नहीं लिया गया है, जबकि कॉलेजों में छात्रों को अगली कक्षाओं में रोल ऑन करने के निर्देश शिक्षा विभाग की ओर से सभी प्रिंसिपलों को जारी कर दिए गए हैं. छात्रों को अगली कक्षाओं में रोल ऑन करने का मतलब छात्रों को इन कक्षाओं में प्रमोट करना नहीं है और छात्रों को परीक्षा नहीं देनी होगी.

education Department
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Published : Jul 14, 2020, 4:55 PM IST

शिमला: प्रदेश में कॉलेजों के छात्रों की परीक्षाओं को लेकर यूजीसी की ओर से नई गाइडलाइंन जारी की गई है. नई गाइडलाइंस के मुताबिक यूजी के अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षाओं को पास करवाना अनिवार्य किया गया है. प्रदेश में यह परीक्षाएं 17 अगस्त से करवाई जा रही हैं, लेकिन इसके साथ ही पहले और दूसरे वर्ष की परीक्षाओं को लेकर अभी भी स्थिति असमंजस भरी है.

प्रदेश में अभी इन छात्रों को प्रमोट कर अगली कक्षाओं में भेजने का फैसला सरकार की ओर से नहीं लिया गया है, जबकि कॉलेजों में छात्रों को अगली कक्षाओं में रोल ऑन करने के निर्देश शिक्षा विभाग की ओर से सभी प्रिंसिपलों को जारी कर दिए गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

शिक्षा विभाग इस बात को भी मान रहा है कि छात्रों को अगली कक्षाओं में रोल ऑन करने का मतलब छात्रों को इन कक्षाओं में प्रमोट करना नहीं है और छात्रों को परीक्षा नहीं देनी होगी. परीक्षाओं को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है और ना ही यह कहा गया है कि यह छात्र परीक्षाएं नहीं देंगे.

कॉलेज प्रिंसिपलों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों का भी आगामी कक्षाओं में पंजीकरण करें. छात्रों को आगामी कक्षाओं में अपना पंजीकरण करवाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, जिससे छात्र आगामी कक्षाओं में प्रवेश ले सकें और प्रवेश की प्रक्रिया में किसी तरह की कोई देरी ना हो.

उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने कहा कि पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों की यूजी परीक्षाओं को लेकर अभी स्थिति असमंजस बनी हुई है. सितंबर के बाद अगर स्थिति कोरोना वायरस को लेकर सामान्य होती है तो उसके बाद यह परीक्षाएं करवाई जाएंगी या फिर दिसंबर के बाद भी सरकार और विभाग की ओर से परीक्षाएं करवाने को लेकर विचार किया जाएगा. छात्रों की परीक्षाएं कैसे करवाई जाएंगी इसे लेकर भी फैसला लिया जाएगा.

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शिक्षा विभाग

शिक्षा निदेशक ने कहा कि स्थिति को देखते हुए पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों की परीक्षाओं का प्रारूप तैयार किया जाएगा. परीक्षाएं कॉलेज स्तर पर या प्रदेश भर में एक ही एग्जाम विश्वविद्यालय की ओर से लिया जाना हैं. इस पर स्थिति के अनुसार ही फैसला लिया जाएगा, जिसके बाद इन छात्रों की परीक्षाएं करवाई जाएंगी. छात्रों की सुविधा के लिए यह फैसला लिया गया है कि उन्हें अगली कक्षाओं में रोल ऑन एडमिशन दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें-कुल्लू में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबारी

शिमला: प्रदेश में कॉलेजों के छात्रों की परीक्षाओं को लेकर यूजीसी की ओर से नई गाइडलाइंन जारी की गई है. नई गाइडलाइंस के मुताबिक यूजी के अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षाओं को पास करवाना अनिवार्य किया गया है. प्रदेश में यह परीक्षाएं 17 अगस्त से करवाई जा रही हैं, लेकिन इसके साथ ही पहले और दूसरे वर्ष की परीक्षाओं को लेकर अभी भी स्थिति असमंजस भरी है.

प्रदेश में अभी इन छात्रों को प्रमोट कर अगली कक्षाओं में भेजने का फैसला सरकार की ओर से नहीं लिया गया है, जबकि कॉलेजों में छात्रों को अगली कक्षाओं में रोल ऑन करने के निर्देश शिक्षा विभाग की ओर से सभी प्रिंसिपलों को जारी कर दिए गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

शिक्षा विभाग इस बात को भी मान रहा है कि छात्रों को अगली कक्षाओं में रोल ऑन करने का मतलब छात्रों को इन कक्षाओं में प्रमोट करना नहीं है और छात्रों को परीक्षा नहीं देनी होगी. परीक्षाओं को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है और ना ही यह कहा गया है कि यह छात्र परीक्षाएं नहीं देंगे.

कॉलेज प्रिंसिपलों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों का भी आगामी कक्षाओं में पंजीकरण करें. छात्रों को आगामी कक्षाओं में अपना पंजीकरण करवाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, जिससे छात्र आगामी कक्षाओं में प्रवेश ले सकें और प्रवेश की प्रक्रिया में किसी तरह की कोई देरी ना हो.

उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने कहा कि पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों की यूजी परीक्षाओं को लेकर अभी स्थिति असमंजस बनी हुई है. सितंबर के बाद अगर स्थिति कोरोना वायरस को लेकर सामान्य होती है तो उसके बाद यह परीक्षाएं करवाई जाएंगी या फिर दिसंबर के बाद भी सरकार और विभाग की ओर से परीक्षाएं करवाने को लेकर विचार किया जाएगा. छात्रों की परीक्षाएं कैसे करवाई जाएंगी इसे लेकर भी फैसला लिया जाएगा.

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शिक्षा विभाग

शिक्षा निदेशक ने कहा कि स्थिति को देखते हुए पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों की परीक्षाओं का प्रारूप तैयार किया जाएगा. परीक्षाएं कॉलेज स्तर पर या प्रदेश भर में एक ही एग्जाम विश्वविद्यालय की ओर से लिया जाना हैं. इस पर स्थिति के अनुसार ही फैसला लिया जाएगा, जिसके बाद इन छात्रों की परीक्षाएं करवाई जाएंगी. छात्रों की सुविधा के लिए यह फैसला लिया गया है कि उन्हें अगली कक्षाओं में रोल ऑन एडमिशन दिया जाएगा.

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