शिमला: कोरोना माहामारी के दौरान राज्य गुप्तचर विभाग ने लोगों को जागरूक करने के लिए एडवाइजरी जारी की है. जिसमें बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर अभिभावकों से जागरुक और सतर्क रहने की अपील की गई है. यह एडवाइजरी लोगों को धोकाधड़ी से बचने की लिए जारी की गई है.
बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान अभिभावक बच्चों को ऑनलाइन ही पढ़ाई करवा रहे हैं. ऐसे में कई हैकर लोगों से धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. कई बार अभिभावकों के मोबाइल में फर्जी लिंक आ जाते है, लेकिन कुछ अभिभवकों को इस बात का पता नहीं चलता, जिसके चलते वह कई बार धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं.
राज्य गुप्तचर विभाग का कहना है कि वर्तमान समय में बहुत से निजी व सरकारी कार्य और बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन प्लेटफार्म से किए जा रहे हैं, इस परिस्थिती का फायदा साइबर अपराधी उठा रहे हैं. वह साइबर क्राइम, वित्तीय धोखाधड़ी एवं सोशल मीडिया अपराध को अजांम दे रहे हैं. वह फिशिंग ई-मेल, फिशिंग काल के जरिए लोगों से ठगी कर रहे हैं.
25.74 लाख रुपये की राशी करवाई रिफंड
बता दें कि साल 2019 में एक व्यक्ति के खाते से 25.74 लाख रुपये विभिन्न ई-वालेट से ट्रांसफर किए गए. जिसके बाद शिकायतकर्ता ने इस बात की सूचना पुलिस को दी. शिकायतकर्ता भवन कुमार निवासी जिला मंडी की शिकायत पर 23 अगस्त 2019 को एक मामला थाना बल्ह जिला मंडी में दर्ज हुआ था. उपरोक्त मुकदमा जांच के लिए गुप्तचर विभाग के राज्य साइबर क्राइम पुलिस थाना शिमला को मिला.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरवीर सिंह राठौर को यह जांच सौंपी गई थी. उन्होंने पश्चिम बंगाल में जाकर पोर्ट हुए नबंर की जांच शुरू की. जिसके बाद मामले की कार्रवाई चलती रही और अब शिकायतकर्ता को यह सारी राशि रिफंड करवा दी गई है.
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