ETV Bharat / state

मनाली में 3 बार गूंजी अटल की कविताएं, हिमाचली कवियों की मौजूदगी में सुनाई थीं अपनी रचनाएं

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज दूसरी पुण्यतिथि है. भारत रत्न और कवि हृदय राजनेता स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने दूसरे घर हिमाचल में तीन बार कविता पाठ भी किया था.

Special story on former PM Atal bihari vajpayee death anniversary
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
author img

By

Published : Aug 16, 2020, 4:11 PM IST

Updated : Aug 16, 2020, 7:44 PM IST

शिमला: देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की आज दूसरी पुण्यतिथि है. उन्हें एक बार फिर पूरे देश में याद किया जा रहा है. अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने दूसरे 'घर' हिमाचल में तीन बार कविता पाठ भी किया था. मनाली में माउंटनेयरिंग इंस्टीट्यूट में दो बार और एक दफा अन्य स्थान पर कवि सम्मेलन आयोजित किया गया था.

न केवल प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के दौरान बल्कि वीरभद्र सिंह सरकार के कार्यकाल में भी अटल जी के कवि सम्मेलन हुए. हिमाचल के राज्यपाल स्व. विष्णुकांत शास्त्री भी एक कवि सम्मेलन में मौजूद थे. 'मौत से ठन गई' कविता पाठ के दौरान अटल जी के साथ स्व. विष्णुकांत शास्त्री भी स्टेज पर थे.

वीडियो.

मनाली में कवि सम्मेलन के दौरान हिमाचल के कई लेखकों ने अटल बिहारी वाजपेयी को अपनी पुस्तकें भेंट की थीं. उस दौरान मंच संचालन हिमाचल के वरिष्ठ लेखक और तब के भाषा विभाग के उप निदेशक सुदर्शन वशिष्ठ ने किया था.

वशिष्ठ उस समय को याद करते हुए कहते हैं कि अटल जी का व्यक्तित्क सम्मोहक था. उनका कविता पढ़ने का अंदाज प्रभावशाली रहता था. प्रधानमंत्री बनने के बाद आयोजित कवि सम्मलेन में अटल जी ने कहा था कि अब जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं तो कविता लिखना नहीं हो पाता. यह कवि सम्मेलन जून 2000 में हुआ था.

ये भी पढ़ें: 'अटल' है पूर्व प्रधानमंत्री की लिखी ये कविता, 'मनाली मत जइयो, गोरी राजा के राज में'...

ये भी पढ़ें: यूं ही हिमाचल को दूसरा घर नहीं कहते थे अटल, 1967 से देवभूमि आते रहे अटल बिहारी वाजपेयी

ये भी पढ़ें: अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी पुण्यतिथि पर CM जयराम ने दी श्रद्धांजलि, ट्वीट की ये कविता

शिमला: देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की आज दूसरी पुण्यतिथि है. उन्हें एक बार फिर पूरे देश में याद किया जा रहा है. अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने दूसरे 'घर' हिमाचल में तीन बार कविता पाठ भी किया था. मनाली में माउंटनेयरिंग इंस्टीट्यूट में दो बार और एक दफा अन्य स्थान पर कवि सम्मेलन आयोजित किया गया था.

न केवल प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के दौरान बल्कि वीरभद्र सिंह सरकार के कार्यकाल में भी अटल जी के कवि सम्मेलन हुए. हिमाचल के राज्यपाल स्व. विष्णुकांत शास्त्री भी एक कवि सम्मेलन में मौजूद थे. 'मौत से ठन गई' कविता पाठ के दौरान अटल जी के साथ स्व. विष्णुकांत शास्त्री भी स्टेज पर थे.

वीडियो.

मनाली में कवि सम्मेलन के दौरान हिमाचल के कई लेखकों ने अटल बिहारी वाजपेयी को अपनी पुस्तकें भेंट की थीं. उस दौरान मंच संचालन हिमाचल के वरिष्ठ लेखक और तब के भाषा विभाग के उप निदेशक सुदर्शन वशिष्ठ ने किया था.

वशिष्ठ उस समय को याद करते हुए कहते हैं कि अटल जी का व्यक्तित्क सम्मोहक था. उनका कविता पढ़ने का अंदाज प्रभावशाली रहता था. प्रधानमंत्री बनने के बाद आयोजित कवि सम्मलेन में अटल जी ने कहा था कि अब जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं तो कविता लिखना नहीं हो पाता. यह कवि सम्मेलन जून 2000 में हुआ था.

ये भी पढ़ें: 'अटल' है पूर्व प्रधानमंत्री की लिखी ये कविता, 'मनाली मत जइयो, गोरी राजा के राज में'...

ये भी पढ़ें: यूं ही हिमाचल को दूसरा घर नहीं कहते थे अटल, 1967 से देवभूमि आते रहे अटल बिहारी वाजपेयी

ये भी पढ़ें: अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी पुण्यतिथि पर CM जयराम ने दी श्रद्धांजलि, ट्वीट की ये कविता

Last Updated : Aug 16, 2020, 7:44 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.