शिमला: कांग्रेस पार्टी अपनी चिंता करें और भाजपा की चिंता छोड़े , भाजपा एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल है जो कि अपने आप में बहुत मजबूत है और हर चुनाव में भाजपा का वोट शेयर बढ़ता ही चला जा रहा है.
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं हिमाचल सरकार के वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर बताएं कि वह किस बात की खुशी मना रहे हैं. कांग्रेस का ममता बनर्जी से क्या लेना देना और अगर कांग्रेस इसी प्रकार की खुशी मामना चाहती है तो बाकी प्रदेशों में भी कांग्रेस की इसी प्रकार की दुर्गति हो इसके लिए कांग्रेस को बधाई.
'दूसरों की जीत की खुशी ना मनाएं'
कांग्रेस अपने बारे में बात करें दूसरों की जीत की खुशी ना मनाएं, वर्तमान पांच राज्यों के चुनावों के बारे में बात की जाए तो भाजपा का कुल मिलाकर अच्छा प्रदर्शन रहा है. पश्चिम बंगाल के चुनावों में ममता बनर्जी जो कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही थी वह नंदीग्राम से हारी, और सत्ती ने कहा कि ममता बनर्जी ने लगातार सोनिया गांधी और राहुल गांधी से संपर्क साध कर रखा कई रैलियां भी रद्द हुई थी.
'आज भाजपा 77 सीटों पर पहुंची है'
कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल पर 92 सीटों पर चुनाव लड़ी और खाता भी नहीं खोल पाई. भाजपा ने 2016 में 3 सीटों पर विजय प्राप्त की थी. आज भाजपा 77 सीटों पर पहुंची है. भाजपा का वोट शेयर भी 40 प्रतिशत पहुंच गया है, जबकि कांग्रेस का 1 प्रतिशत ही शेष बचा है.
'कांग्रेस 44 सीटों पर जीती थी और अब वह शून्य पर है'
सत्ती ने कहा कि 2016 की तुलना में कांग्रेस 44 सीटों पर जीती थी और अब वह शून्य पर है. इसके अलावा प्रकार वामपंथी भी पश्चिम बंगाल से समापन की ओर बढ़ रहे हैं. जिस प्रकार से बीजेपी का ग्राफ बढ़ रहा है अगली बार पश्चिम बंगाल में भाजपा की जीत निश्चित है.
सत्ती ने कहा कि केरल जहां से कांग्रेस के नेता राहुल गांधी स्वयं सांसद के रूप में जीतकर आए हैं वहां से भी कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है अगर यही परिस्थिति रही तो अगली बार राहुल गांधी भारत में नई सीट पर चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस केरल में केवल 21 सीटों पर सिमट कर रह गई है.
असम में भाजपा को दूसरी बार भारी बहुमत मिला है
उन्होंने कहा कि असम जैसा प्रदेश जो एक समय पर कांग्रेस का गढ़ माना जाता था वहां पर भाजपा को दूसरी बार भारी बहुमत मिला है. 2011 में भाजपा के पास 26 सीटें थी 2016 में यह 60 की बढ़त से 86 पहुंची और इस बार एक बार फिर असम की जनता ने भाजपा को जीताया है. कांग्रेस की लोकप्रियता यहां घटती चली जा रही है 2011 में कांग्रेस के पास 78 सीटें थी जो कि 2016 में 26 सीटें रह गई.
उन्होंने कहा कि पांडिचेरी में भाजपा ने इतिहास दर्ज किया है इस बार पहली बार भाजपा की सशक्त सरकार पुडुचेरी में बनी है. भाजपा की इस बार 16 सीटें आई हैं जो कि 2016 की तुलना में 10 से ज्यादा हैं. कांग्रेस के पास 2016 में 15 सीटें थी जो कि अब केवल 2 ही रह गई है.
ये भी पढ़ें- लॉकडाउन की तैयारियों के बीच सीएम जयराम ठाकुर ने बुलाई ऑल पार्टी मीटिंग