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Himachal Monsoon Session: विधानसभा अध्यक्ष ने मानसून सत्र के लिए सुरक्षा इंतजामों को लेकर की अधिकारियों से बैठक, 18 से शुरू होगा विधानसभा सत्र - हिमाचल मानसून सत्र 2023

मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने मानसून सत्र के दौरान सुरक्षा इंतजामों को लेकर विभागों के साथ बैठक की. साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. बता दें, हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र 18 सितंबर से शुरू होने जा रहा है. पढ़ें पूरी खबर.. (Himachal Monsoon Session 2023) (Himachal Vidhan sabha Monsoon Session)

meeting regarding Himachal monsoon session
विधानसभा अध्यक्ष ने मानसून सत्र को लेकर की बैठक
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 5, 2023, 10:39 PM IST

शिमला: प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 18 सितंबर के आरंभ हो रहा है. 25 सितंबर तक चलने वाले सत्र में सुरक्षा इंतजामों को लेकर आज विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने एक बैठक बुलाई. इस बैठक में मानसून सत्र के दौरान विधानसभा सचिवालय में ई-प्रवेश पत्र ऑनलाइन आवेदन पर ही देने का फैसला लिया गया. ई-विधान प्रणाली के तहत विधान सभा सचिवालय इसे ऑनलाइन तरीके से मुद्रित करेगी. यह आवेदन सभी ई- प्रवेश पत्र पाने वालों को अनिवार्य है. विधान सभा सचिवालय में ई- प्रवेश पत्र की जांच के लिए पुलिस कंप्यूटरीकृत जांच केंद्र मुख्य द्वारों पर स्थापित करेगी ताकि कम से कम असुविधा हो और जांच भी पूरी हो.

दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि पहले की तरह इस बार भी QR कोड के माध्यम से फोटो युक्त ई- प्रवेश पत्र को लैपटॉप के माध्यम से प्रमाणित किया जाएगा. इन केंद्रों पर हर व्यक्ति का डाटाबेस बनेगा, जिसे पुलिस कंट्रोल रूम से मॉनिटर करेगी. उन्होने कहा कि ई- प्रवेश पत्र ई-विधान के तहत बनाए जाएंगे. बैठक में सदस्यों और सत्र के कार्य से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को कम से कम असुविधा हो, इसलिए यह निर्णय लिया गया ताकी विधान सभा सचिवालय द्वारा जारी अधिकारी दीर्घा पास, स्थापना पास और प्रैस संवाददाताओं को जारी किए गए पास प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे, ताकि सुरक्षा कर्मियों द्वारा फ्रिस्किंग की कम से कम आवश्यकता रहे.

'सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाए सुनिश्चित': कुलदीप सिंह पठानिया ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुरक्षा में किसी भी तरह की कोताही न बरतें और सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से निगरानी सुनिश्चित की जाए. विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी अपने पहचान पत्र प्रमुखता से प्रदर्शित करने होंगे. इसके अतिरिक्त यह भी निर्णय लिया गया कि कोई भी सरकारी अधिकारी, कर्मचारी व अन्य पास धारक अपना पास किसी अन्य को स्थानांतरित नहीं करेगा, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

'चिन्हित स्थानों पर पार्किंग सुविधा होगी उपलब्ध': इस बैठक में निर्णय लिया गया कि विधानसभा परिसर की मुख्य पार्किंग में केवल मंत्रियों, विधायकों, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिवों एवं प्रशासनिक सचिवों के वाहनों को ही पार्किंग करने की अनुमति दी जाएगी. प्रैस संवाददाताओं के लिए विधानसभा चौक से गेट नंबर 2 (30 मीटर दूर) तक गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था रहेगी, जबकि विधानसभा सचिवालय अधिकारियों और कर्मचारियों को गेट नंबर 2 (30 मीटर दूर) से एजी आफिस (महालेखाकार कार्यालय) के बीच मॉल रोड पर चिन्हित स्थानों पर पार्किंग सुविधा उपलब्ध होगी.

'कम से कम गाड़ियों का करे इस्तेमाल': कुलदीप सिंह पठानिया ने आपदा को देखते हुए सत्र में भाग लेने वाले और सत्र से संबंधित कार्य करने वाले अधिकारी, कर्मचारी और मिडिया के कर्मी से आग्रह किया है कि वे कम से कम गाड़ियों का इस्तेमाल करें ताकि उनकी गाड़ियों को किसी भी तरह की क्षति न हो. विधान सभा सचिवालय की ओर से जारी पार्किंग स्टिकरज वाहन के आगे प्रमुखता से प्रदर्शित करने होंगे ताकि इनके धारकों को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े. मोबाईल फोन, पेजर आदि विधान सभा के अन्दर ले जाने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा. बैठक के दौरान पठानिया ने कहा कि सत्र के दौरान सभी अनुशासन बनाए रखें. मुख्यमंत्री, मंत्री से लोग और प्रतिनिधिमंडल विधान सभा स्थित वेटिंग रूम में समय मिलने पर समयानुसार मिल सकेंगे. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस विभाग और विधान सभा सचिवालय के अधिकारी आपसी तालमेल से इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो.

ये भी पढ़ें: Himachal Monsoon Session:18 से 25 सितंबर तक होगा हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र, सीएम ने राज्यपाल से की मुलाकात

शिमला: प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 18 सितंबर के आरंभ हो रहा है. 25 सितंबर तक चलने वाले सत्र में सुरक्षा इंतजामों को लेकर आज विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने एक बैठक बुलाई. इस बैठक में मानसून सत्र के दौरान विधानसभा सचिवालय में ई-प्रवेश पत्र ऑनलाइन आवेदन पर ही देने का फैसला लिया गया. ई-विधान प्रणाली के तहत विधान सभा सचिवालय इसे ऑनलाइन तरीके से मुद्रित करेगी. यह आवेदन सभी ई- प्रवेश पत्र पाने वालों को अनिवार्य है. विधान सभा सचिवालय में ई- प्रवेश पत्र की जांच के लिए पुलिस कंप्यूटरीकृत जांच केंद्र मुख्य द्वारों पर स्थापित करेगी ताकि कम से कम असुविधा हो और जांच भी पूरी हो.

दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि पहले की तरह इस बार भी QR कोड के माध्यम से फोटो युक्त ई- प्रवेश पत्र को लैपटॉप के माध्यम से प्रमाणित किया जाएगा. इन केंद्रों पर हर व्यक्ति का डाटाबेस बनेगा, जिसे पुलिस कंट्रोल रूम से मॉनिटर करेगी. उन्होने कहा कि ई- प्रवेश पत्र ई-विधान के तहत बनाए जाएंगे. बैठक में सदस्यों और सत्र के कार्य से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को कम से कम असुविधा हो, इसलिए यह निर्णय लिया गया ताकी विधान सभा सचिवालय द्वारा जारी अधिकारी दीर्घा पास, स्थापना पास और प्रैस संवाददाताओं को जारी किए गए पास प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे, ताकि सुरक्षा कर्मियों द्वारा फ्रिस्किंग की कम से कम आवश्यकता रहे.

'सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाए सुनिश्चित': कुलदीप सिंह पठानिया ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुरक्षा में किसी भी तरह की कोताही न बरतें और सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से निगरानी सुनिश्चित की जाए. विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी अपने पहचान पत्र प्रमुखता से प्रदर्शित करने होंगे. इसके अतिरिक्त यह भी निर्णय लिया गया कि कोई भी सरकारी अधिकारी, कर्मचारी व अन्य पास धारक अपना पास किसी अन्य को स्थानांतरित नहीं करेगा, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

'चिन्हित स्थानों पर पार्किंग सुविधा होगी उपलब्ध': इस बैठक में निर्णय लिया गया कि विधानसभा परिसर की मुख्य पार्किंग में केवल मंत्रियों, विधायकों, मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिवों एवं प्रशासनिक सचिवों के वाहनों को ही पार्किंग करने की अनुमति दी जाएगी. प्रैस संवाददाताओं के लिए विधानसभा चौक से गेट नंबर 2 (30 मीटर दूर) तक गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था रहेगी, जबकि विधानसभा सचिवालय अधिकारियों और कर्मचारियों को गेट नंबर 2 (30 मीटर दूर) से एजी आफिस (महालेखाकार कार्यालय) के बीच मॉल रोड पर चिन्हित स्थानों पर पार्किंग सुविधा उपलब्ध होगी.

'कम से कम गाड़ियों का करे इस्तेमाल': कुलदीप सिंह पठानिया ने आपदा को देखते हुए सत्र में भाग लेने वाले और सत्र से संबंधित कार्य करने वाले अधिकारी, कर्मचारी और मिडिया के कर्मी से आग्रह किया है कि वे कम से कम गाड़ियों का इस्तेमाल करें ताकि उनकी गाड़ियों को किसी भी तरह की क्षति न हो. विधान सभा सचिवालय की ओर से जारी पार्किंग स्टिकरज वाहन के आगे प्रमुखता से प्रदर्शित करने होंगे ताकि इनके धारकों को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े. मोबाईल फोन, पेजर आदि विधान सभा के अन्दर ले जाने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा. बैठक के दौरान पठानिया ने कहा कि सत्र के दौरान सभी अनुशासन बनाए रखें. मुख्यमंत्री, मंत्री से लोग और प्रतिनिधिमंडल विधान सभा स्थित वेटिंग रूम में समय मिलने पर समयानुसार मिल सकेंगे. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस विभाग और विधान सभा सचिवालय के अधिकारी आपसी तालमेल से इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो.

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