कुल्लू: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बुधवार को दिल्ली कुल्लू पहुंचे. सीएम जयराम भी उनके स्वागत के लिए भुंतर एयरपोर्ट पर मौजूद थे. इसके बाद सीएम जयराम और नितिन गडकरी जैसे ही भुंतर एयरपोर्ट के बाहर निकले फोरलेन प्रभावित किसान NHAI के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
हाथों तख्तियां पकड़े और नारेबाजी कर रहे लोगों को देखकर गडकरी ने अपना काफिल रुकवाया और किसानों से मिलने पहुंच गए. काफिला रुकते ही सीएम के पीएसओ एएसपी बृजेश सिंह और एसपी कुल्लू एसपी कुल्लू के बीच बहस शुरू हो गई. एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने गुस्से में सीएम के सुरक्षा अधिकारी बृजेश सिंह को थप्पड़ रसीद कर दिया. हालांकि एएसपी बृजेश सूद ने उस समय संयम दिखाया पर इस थप्पड़ के बाद सीएम की सुरक्षा में लगे दूसरे सुरक्षा कर्मियों ने भी एसपी पर लातें बरसा दी.
एसपी के पक्ष में नारेबाजी
हैरानी की बात ये है कि जिस गाड़ी के सामने ये वाक्या हुआ उस गाड़ी में सीएम और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सवार थे. एक बारगी तो एसपी कुल्लू के साथ सुरक्षा में लगे जवान और सीएम सिक्योरिटी के अलावा मौके पर मौजूद पुलिस वाले हतप्रभ रह गए कि आखिर हुआ क्या? किसी तरह स्थिति को संभालने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक सारा गुड़ गोबर हो चुका था. उसके बाद मौके पर मौजूद स्थानीय लोग और अपनी मांगों को लेकर केंद्रीय मंत्री और सीएम से बात करने आए लोगों ने एसपी के पक्ष में नारेबाजी शुरू कर दी.
सीएम जयराम ने दिए जांच के आदेश
सीएम इस हरकत से खासे नाराज दिखे उन्होंने फौरन हरकत में आते हुए तत्काल मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.इस थप्पड़ की गूंज इतनी जोरदार थी की आनन-फानन में पुलिस के बड़े बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे. डीआईजी सेंटर रेंज मधुसूदन बिना समय बर्बाद किए मौके पर पहुंचे उन्हें मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है.
जबरन छुट्टी पर भेजे गए एसपी-एएसपी
इसके साथ ही हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू तुरंत शिमला से कुल्लू के लिए रवाना हो गए. उन्होंने पहली कार्रवाई करते हुए एसपी कुल्लू, एएसपी बृजेश सूद व पीएसओ बलवंत को जबरन छुट्टी पर भेजा है. साथ ही प्रारंभिक जांच पूरी होने तक इन सभी के मुख्यालय अलग-अलग फिक्स किए गए हैं. एसपी कुल्लू को रेंज ऑफिस मंडी, एएसपी बृजेश सूद को पुलिस मुख्यालय शिमला व बलवंत को भी पुलिस मुख्यालय ही फिक्स किया गया है.
इसके अलावा एसपी कुल्लू की ड्यूटी फिलहाल डीआईजी सेंट्रल रेंज मधुसूदन संभालेंगे. सीएम के सुरक्षा अधिकारी और एएसपी लेवल के अफसर बृजेश सूद की ड्यूटी एएसपी रैंक के अफसर और पुनीत रघु को सौंपी गई है. सीएम सिक्योरिटी के पीएसओ बलवंत के स्थान पर आईजी (इंटेलिजेंस) किसी अन्य की ड्यूटी लगाएंगे. डीजीपी ने ये आदेश हिमाचल पुलिस एक्ट के सेक्शन 63 के तहत किए हैं. डीजीपी संजय कुंडू की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि ये कार्रवाई पुलिस बल में अनुशासन बनाए रखने के लिए की गई है. जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, उक्त अफसर व पीएसओ कंपल्सरी लीव पर रहेंगे.
पुलिस बल में तनाव!
गौरव सिंह युवा आईपीएस अफसर (IPS Officer) हैं और अपनी दबंग कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं, लेकिन जिस तरह से आपा खोकर उन्होंने सीएम के सुरक्षा अधिकारी और एएसपी लेवल के अफसर बृजेश सूद को थप्पड़ मारा, उससे साबित होता है कि पुलिस बल तनाव में है.
फिल्हाल इस पूरे घटनाक्रम से सरकार की छवि पर तो दाग लगा ही है, हिमाचल पुलिस की भी किरकिरी हुई है. अनुशासित समझे जाने वाले पुलिस बल के आला अधिकारी ही इस तरह से आप्पा खो देंगे तो कानून-व्यवस्था की स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है.