शिमला: राजधानी शिमला में पानी का संकट गहराने लगा है. दूसरे दिन भी शहर में कम पानी पहुंचा. शहर में रविवार को भी परियोजनाओं से 36 एमएलडी पानी की सप्लाई ही हो पाई. जिससे शहर के कई क्षेत्रों में पानी नहीं मिला.
जल निगम की मानें तो परियोजनाओं के टैंकों की सफाई के चलते शहर में कम पानी की सप्लाई हो रही है. हालांकि परियोजनाओं में पानी का स्तर भी कम हो रहा है. बीते 5 दिन से शहर में 37 एमएलडी पानी ही पहुंच रहा है और सोमवार से पर्याप्त मात्रा में पानी की सप्लाई का दावा किया जा रहा है. कम पानी आने से जल निगम द्वारा कई क्षेत्रों में एक दिन छोड़ कर पानी दिया जा रहा है.
वहीं, नगर निगम के पूर्व महापौर संजय चौहान ने जल प्रबधन निगम पर लोगों को पानी सही ढंग से मुहैया न करवाने में विफल रहने के आरोप लगाए हैं. संजय चौहान ने कहा की वर्तमान समय में पेयजल कंपनी को 37 एमएलडी तक पानी की सप्लाई हो रही है जो शहरवासियों को पानी मुहैया करवाने के लिए पर्याप्त है.
कंपनी लोगों को सही मात्रा में पानी की आपूर्ति करवाने में विफल
उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल में 17 से 28 एमएलडी तक पानी की सप्लाई मिलती थी और संकट के समय में भी लोगों को एक दिन छोड़ कर पानी मुहैया करवाया जाता था. बावजूद इसके आज पेयजल कंपनी लोगों को सही मात्रा में पानी की आपूर्ति करवाने में विफल रही है. जिससे लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है.
वहीं, जल प्रबंधन निगम के एजीएम राजेश कश्यप ने कहा कि पेयजल परियोजना में सफाई शेड्यूल पहले से ही निर्धारित सभी परियोजनाओं और जल भंडारण टैंकों की सफाई की जा रही है जिसके चलते पानी की सप्लाई बाधित हुई है. उन्होंने कहा कि सोमवार से शहर में पर्याप्त मात्रा में पानी मुहैया करवाया जाएगा और अभी भी लोगों को कुछ क्षेत्रों को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में पानी मुहैया करवाया जा रहा है.
इन परियोजनाओं से मिला पानी
रविवार को परियोजनाओं से 36.58 एमएलडी पानी सप्लाई पहुची. गुम्मा से 16.42,गिरि से 17.19, चुरट से 1.58, सियोग से 0.1, कोटि ब्रांडी से 0.75 एमएलडी पानी ही शिमला पहुंचा है.
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