शिमला: वीकेंड पर राजधानी शिमला में पर्यटकों (Tourist in shimla) का हुजूम उमड़ पड़ा है लेकिन शहर में बाजार बंद करवा दिए गए हैं. रविवार को दुकानदारों ने सुबह ही दुकानें खोल दीं लेकिन दुकानें खोलते ही पुलिस जवानों ने दुकान बंद करवा दी जिस पर दुकानदार भड़क गए और प्रशासन और सरकार पर दुकानदारों को बेवजह परेशान करने के आरोप लगाए.
कारोबारियों को बेवजह परेशान करने का आरोप
दुकानदारों का आरोप है कि सरकार ने पर्यटकों को आने की अनुमति दे दी है लेकिन पर्यटन सीजन के दौरान दुकानें बंद करवाई जा रही हैं, जिससे उन्हें नुकसान झेलना पड़ रहा है. वहीं, इस मौके पर शिमला व्यापार मंडल (shimla vyapar mandal) के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह भी पहुंचे और सरकार पर कारोबारियों को बेवजह परेशान करने के आरोप लगाए.
इंद्रजीत सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान शहर के सभी दुकानदारों ने सरकार का पूरा सहयोग किया. उन्होंने कहा सरकार के आदेशानुसार पहले दुकानें बंद की, उसके बाद 2 बजे तक बाजार खोलने के फैसले का पूरा समर्थन किया लेकिन अब जब कोरोना कर्फ्यू हटा दिया गया है तो दुकानदारों को बेवजह परेशान किया जा रहा है.
वीकेंड पर भारी संख्या में शिमला पहुंच रहे पर्यटक
रविवार को काफी तादाद में पर्यटक शिमला पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा पर्यटकों से ही लक्कड़ बाजार की दुकानें चलती हैं लेकिन यहां पर दुकानें पुलिस द्वारा बंद करवाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन के बीच कोई भी तालमेल नहीं है. सरकार ने तो छूट दी है लेकिन पुलिस द्वारा दुकानों को जबरन बंद करवाया जा रहा है जो बिल्कुल गलत है.
कोरोना काल में दुकानदारों की आर्थिकी प्रभावित
व्यापार मंडल का कहना है कि पिछले दो महीने से दुकानें बंद थीं बावजूद इसके कर्मियों को वेतन दिया गया. दुकानें बंद होने से उनकी आर्थिकी काफी प्रभावित हुई है. ऐसे में अब जब कारोबार पटरी पर उतरने लगा है तो बेवजह ही दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने दुकानदारों को कोई भी राहत नहीं दी कूड़ा बिल तक माफ नहीं किया गया और उल्टा सरकार दुकानदारों को परेशान कर रही है.
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