शिमलाः कोरोना के लगातार मामले हर रोज बढ़ रहे हैं ऐसे में प्रदेश सरकार ने अब कोरोना कर्फ्यू 26 मई तक बढ़ा दी गई है और इस दौरान केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकान खुली रहेंगी. कोरोना कर्फ्यू ने दुकानदारों की मुश्किलें भी बढ़ा दी है. कारोबार ठप होने से रोजी रोटी और कर्मियों को वेतन देने का संकट पैदा हो गया है. ऐसे में अब शहर के दुकानदार सरकार से राहत की गुहार लगा रहे है. कारोबारी सरकार से खास कर ईएमआई में राहत देने की मांग कर रहे हैं और दुकानें बंद होने से बिजली पानी और कूड़ा बिल माफ करने की अपील की है
दुकानें बंद होने से करना पड़ रहा मुश्किलों का सामना
शहर के कारोबारियों का कहना है कि पहले लॉकडाउन के बाद भी कारोबार पटरी पर नहीं लौट पाया था और अब दोबारा से कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. दुकानें बंद पड़ी हैं ऐसे में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बैंकों से कारोबारियों ने लोन लिए हैं, लेकिन कारोबार ना होने से उन्हें चुकाना मुश्किल हो गया है, सरकार ने पहले भी यह ईएमआई में राहत दी थी. वहीं, अब दोबारा से जब कारोबार पूरी तरह से ठप है तो सरकार कारोबारियों को राहत दे और ईएमआई कुछ समय के लिए न ली जाए, साथ ही कूड़ा और बिजली का बिल भी सरकार माफ करें.
प्रदेश में 7 मई से कोरोना कर्फ्यू
बता दें कोरोना के मामले बढ़ने के बाद 7 मई से सरकार ने कर्फ्यू लगाया है. कर्फ्यू के चलते आवश्यक वस्तुओं की दुकानें 3 घण्टे के लिए खुली रखी गई हैं और सभी दुकानें बंद हैं. ऐसे में शहर के दुकानदार और रेहड़ी-फड़ी वालों के सामने बड़ा संकट पैदा हो गया है.
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