रामपुर: उत्तराखंड में हुए द्रौपदी का डांडा-2 हिमस्खलन हादसे (Draupadi Ka Danda Avalanche) में शिमला जिले की कुमारसेन तहसील के नारकड़ा के शिवम कैंथला की मौत भी हुई (Shivam kainthla of Himachal died in avalanche) है. शिवम स्की के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे. उनकी मौत से पूरा क्षेत्र और परिवार गम में डूब गया है. जैसे ही देर शाम शिवम की मौत की सूचना मिली तो सौशल मीडिया पर शिवम की पोस्ट पूरे क्षेत्र में वायरल हो गई और सभी इस खबर को सुन कर गमनीय हो गए.
हिमस्खलन हादसे की सुचना मिलने के बाद नारकड़ा, कुमारसैन, कोटगढ़ सहित आसपास के लोग शिवम कैंथला व अकुंश कैंथला के लिए दुआ कर रहे थे कि दोनो सलामत रहें. लेकिन विधाता को तो कुछ और ही मंजुर था. शिवम कैंथला क्षेत्र के लिए युवा मॉडल थे. जिन्होंने देश-विदेश में स्कीइंग में आपना लोहा मनवाया था. पिता संतोष कैंथला हादसे की खबर मिलते ही परिजनों के साथ उत्तरकाशी पहुंच गए थे. वह बेटे को गांव ले जाने आए थे, लेकिन उन्हें अब उसका शव लेकर गांव लौटना पड़ा.
शिवम कैंथला नारकंडा के सेब बागवान संतोष कैंथला के छोटे बेटे थे, जो द्रौपदी का डांडा-2 हिमस्खलन की चपेट में आने वाले लोगों में शामिल था. बीते मंगलवार को हादसे के बाद जब परिवार को शिवम के लापता होने की सूचना मिली, तो वह अगले ही दिन सुबह उत्तरकाशी पहुंच गए. उन्हें एक चमत्कार की उम्मीद थी कि उनका बेटा सहित दल के अन्य सदस्य सकुशल लौट आएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
शुक्रवार को हर्षिल से उत्तरकाशी (Avalanche at Uttarkashi) लाए गए चार में से दो शवों की शिनाख्त हो चुकी थी. जब शेष दो शवों की शिनाख्त हुई तो एक शव शिवम कैंथला का निकला. शिवम के परिजन सागर कैंथला जो सूचना मिलते ही उत्तकाशी गए थे, उन्होंने बताया कि शिवम नारकंड़ा के युवाओं का आदर्श था. उन्होंने बताया कि बर्फवारी के दौरान शिवम क्षेत्र के युवाओं और स्कीइंग के नए खिलाड़ियो कोकोचिंग भी देता था. उन्होंने बताया कि शिवम एक मेहनती और प्रतिभावान खिलाड़ी था, जिसे कई नए आयाम छूने थे. शिवम के जाने से पूरा परिवार गम में है.
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