शिमला: राजधानी शिमला में महान कलाकार नेक चंद द्वारा वेस्ट मटेरियल से बनाई गई स्टैच्यू की अब जल्द हालत सुधरेगी. शिमला नगर निगम ने स्टैच्यू को चंडीगढ़ में नेक चंद के बेटे के पास इनकी मरम्मत करवाने के लिए भेज दिया है. शहर के सभी क्षेत्रों में लगे स्टैच्यू को निगम द्वारा निकाल दिया गया है और रविवार को इन्हें चंडीगढ़ भेजा गया. नेक चंद का बेटा अनुज सैनी इन स्टैच्यू की निशुल्क मरम्मत करेगा.
खस्ताहाल स्टैच्यू को भेजा गया चंडीगढ़
शहर में अभी नगर निगम को 15 ऐसे स्टैच्यू मिले हैं जिनकी हालत खस्ता है. नेक चंद के बेटे अनुज सैनी ने नगर निगम को इन स्टैच्यू की खस्ता हालत पर आयुक्त को पत्र और मेल भेजी थी. अनुज सैनी ने स्टैच्यू की खस्ताहालत पर दुख जताया था और इनकी हालात सुधारने या वापस उन्हें देने को कहा था. वहीं, अब नगर निगम ने उन्हें ही इसकी हालत सुधारने का जिम्मा सौंपा है और सभी स्टैच्यू को चंडीगढ़ भेजने का फैसला लिया गया.
नेक चंद ने नगर निगम को भेंट किए थे स्टैच्यू
वहीं, नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि शिमला शहर में महान कलाकार नेक चंद द्वारा करीब 25 साल पहले वेस्ट मटेरियल से स्टैच्यू बनाए गए थे, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण इनकी हालत अब खस्ता हो चुकी है. साथ ही अब इनकी हालत को सुधारने के लिए स्टैच्यू चंडीगढ़ भेजे गए हैं.
देखरेख न होने से हुई खस्ताहालत
बता दें 1988 में तत्कालीन प्रदेश सरकार की ओर से प्रदर्शनी के लिए नेक चंद को शिमला बुलाया गया था और उन्होंने शिमला शहर को 25 के करीब स्टैच्यू भेंट किए थे. बहुत कम स्टैच्यू माल रोड और लक्कड़ बाजार वाली तरफ नजर आते हैं. बहुत सालों तक कुछ एक स्टैच्यू शिमला माल रोड के पास खादी भंडार के सामने के पार्क में रखे गए. उसके बाद पार्क का विस्तार किया गया तो ये स्टैच्यू भी यहां से गायब हो गए हैं. स्टैच्यू की देखरेख न होने की वजह से इनकी हालत खराब बनी हुई है.
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