शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पास पहुंची बुजुर्ग महिला के मकान को तोड़ने ओर बेघर करने के आरोपों को नगर निगम ने सिरे से खारिज कर दिया. साथ ही महिला को पहले से पक्का मकान बनवा के देने की बात कही. निगम का कहना है कि पार्किंग का कार्य करने के लिए ढारों को हटाया गया और उन्हें पक्के मकान बनाकर दिए गए. इसके अलावा महिला पर अवैध कब्जा कर नशे का करोबार करने का आरोप भी लगाया गया.
नगर निगम के महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि महिला ने अवैध कब्जा कर दो ढारे बनाए थे. यहां पर अमृत मिशन के तहत दो करोड़ की लागत की पार्किंग बनाई जा रही है, जिसकी वजह से ढारें तोड़े गए. इस महिला को पक्का मकान भी बना के दिया, लेकिन यह महिला तीन कमरों का मकान बना कर देने की मांग कर रही है.
उन्होंने आरोप लगाया कि यह महिला ढारें में नशे का कारोबार करती है और उसके खिलाफ कई मामले चल रहे हैं. पहले भी कई बार यह महिला उनके पास आई थी. तीन कमरों का मकान बनाने की मांग करती रही.
वीरवार को भी मुख्यमंत्री के पास जाकर ड्रामा कर रही थी, जबकि महिला को पक्का मकान बनाकर दिया गया है. बता दें कि वीरवार को ढली सब्जी मंडी में कार्यक्रम के बीच मे ही महिला मुख्यमंत्री के पास जा पहुंची महिला ने मुख्यमंत्री से पक्का मकान बना कर देने की गुहार लगाई. इसके अलावा नगर निगम पर उनका मकान तोड़ने के आरोप भी लगाया.
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