शिमला: नगर निगम चुनाव का बिगुल बज चुका और 2 मई को चुनाव होगा. प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा तैयारियों में जुट गए,लेकिन अब रोस्टर ओर वोटरों पर सियासत गरमा गई है. विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस पर फर्जी वोट बनाने के आरोप लगाया है. भाजपा के सह मीडिया प्रभारी करण नंदा ने कहा कि कांग्रेस इन चुनावों को जीतने के लिए हर प्रकार के हथकंडे अपना रही है, पहले कांग्रेस ने वोटर लिस्ट का चयन अपने हिसाब से किया. अगर कांग्रेस पार्टी सच्ची होती तो 2022 की वोटर लिस्ट पर चुनाव करवाती ना की 2017 की वोटर लिस्ट पर और अब तो शिमला नगर निगम में कांग्रेस के नेता बड़ी संख्या में वोट बना रहे हैं, जिसके कारण यह चुनाव सत्य से परे होंगे.
कांग्रेस ने वार्डों की संख्या को कम कर दिया: उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने नगर निगम चुनाव प्रक्रिया को अपने हिसाब से बनाने का पूर्ण प्रयास किया, जिसके अंतर्गत यह चुनावी रोस्टर भी आता है. इससे पूर्व में जिस प्रकार से कांग्रेस सरकार ने 41 वार्डों को फिर 34 वार्ड बना डाला वह प्रक्रिया भी ठीक नहीं थी. जब 41 वार्डों का चयन डीलिमिटेशन के हिसाब से हुआ था तो 34 वार्ड भी डीलिमिटेशन के हिसाब से ही ठीक करने चाहिए थे.
भाजपा नगर निगम चुनाव के लिए तैयार: करण नंदा ने कहा कि भाजपा आगामी नगर निगम चुनावों के लिए पूर्ण रूप से तैयार है. इस दृष्टि से भाजपा ने पूर्व मंत्री एवं विधायक सुखराम चौधरी को इन नगर निगम चुनावों के लिए प्रभारी नियुक्त किया और उनके साथ पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज, प्रत्याशी संजय सूद, रवि मेहता, विधायक त्रिलोक जम्वाल, चेतन ब्रागटा सहित आदि की टीम का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने हाल ही में वार्ड के प्रवासी प्रभारी, प्रवासी सह प्रभारी और वार्ड प्रभारियों की नियुक्ति भी की है.
भाजपा के पास एक सशक्त नेतृत्व है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप का लगातार मार्गदर्शन कार्यकर्ताओ को मिल रहा है. बता दें कि शिमला नगर निगम में चुनाव 2 मई और नतीजे 4 मई को आएंगे.
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