शिमला: राजधानी में पुलिस प्रशासन की लापरवाही आम जनता पर भारी पड़ती नजर आ रही है. सड़क के दोनों तरफ खड़ी गाड़ियों के कारण कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन इन्हें हटाने में नाकामयाब रहा है. ऐसा ही मामला सामने आया है ढली के नजदीक चूरट नाले में, जहां सड़क के दोनों किनारे गाड़ियां कतारों में खड़ी रहती है जिससे लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है.
स्थानीय निवासी रोशन ने बताया कि यह रास्ता पहले ही तंग है ऊपर से अवैध पार्किंग के चलते पैदल चलने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी रास्ते में एक निजी स्कूल भी है जिसमें सैकड़ों बच्चे पढ़ते हैं जिन्हें इन गाड़ियों के चलते काफी परेशानी होती है. साथ ही खड़ी गाड़ियों के कारण घंटों लंबा जाम लगा रहता है. जिससे लोग अपने गंतव्य पर समय से नहीं पहुंच पाते. इसके अलावा किसानों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है जो समय पर सब्जी मंडी नहीं पहुंच पाते और उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है.
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वहीं उप प्रधान नरेंद्र कंवर ने बताया कि चुरट नाले को जाने वाले रास्ते की हालत बहुत दयनीय है. इस रास्ते मे जगह ,जगह गंदगी के ढेर रहते हैं और लोगों को गंदगी के कारण बीमारी फैलने का डर सताने लगा है. इसके अलावा शाम होते ही यह रास्ता नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है, जिससे महिलाओं और बच्चों को आने जाने में डर लगता है. इस बात की सूचना कई बार पुलिस को दी गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
बता दें कि पिछले महीने झंझीड़ी में स्कूल बस गिरी थी जिसका मुख्य कारण सड़क किनारे खड़ी गाड़ियां बताई जा रही हैं. इन हादसों से भी पुलिस प्रशासन कोई सबक नहीं ले रहा है और लोग कहीं भी गाड़ी पार्क कर देते हैं जिससे आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.