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सड़क हादसों के बाद भी नहीं जगा प्रशासन, सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों से लोगों का चलना हुआ मुश्किल

ढली के नजदीक चूरट नाले में सड़क के किनारे खड़ी गाड़ियों की वजह से आम लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार पुलिस प्रशासन को इस बात की जानकारी दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.

सड़क किनारे खड़े वाहनों से लोगों को हो रही मुश्किलें
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Published : Jul 20, 2019, 10:16 AM IST

शिमला: राजधानी में पुलिस प्रशासन की लापरवाही आम जनता पर भारी पड़ती नजर आ रही है. सड़क के दोनों तरफ खड़ी गाड़ियों के कारण कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन इन्हें हटाने में नाकामयाब रहा है. ऐसा ही मामला सामने आया है ढली के नजदीक चूरट नाले में, जहां सड़क के दोनों किनारे गाड़ियां कतारों में खड़ी रहती है जिससे लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है.

स्थानीय निवासी रोशन ने बताया कि यह रास्ता पहले ही तंग है ऊपर से अवैध पार्किंग के चलते पैदल चलने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी रास्ते में एक निजी स्कूल भी है जिसमें सैकड़ों बच्चे पढ़ते हैं जिन्हें इन गाड़ियों के चलते काफी परेशानी होती है. साथ ही खड़ी गाड़ियों के कारण घंटों लंबा जाम लगा रहता है. जिससे लोग अपने गंतव्य पर समय से नहीं पहुंच पाते. इसके अलावा किसानों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है जो समय पर सब्जी मंडी नहीं पहुंच पाते और उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है.

वीडियो.

ये भी पढ़ें: खतरे में एशिया का सबसे ऊंचा पुल, जोखिम भरा हुआ सफर

वहीं उप प्रधान नरेंद्र कंवर ने बताया कि चुरट नाले को जाने वाले रास्ते की हालत बहुत दयनीय है. इस रास्ते मे जगह ,जगह गंदगी के ढेर रहते हैं और लोगों को गंदगी के कारण बीमारी फैलने का डर सताने लगा है. इसके अलावा शाम होते ही यह रास्ता नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है, जिससे महिलाओं और बच्चों को आने जाने में डर लगता है. इस बात की सूचना कई बार पुलिस को दी गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

ये भी पढ़ें: प्रशासनिक ट्रिब्यूनल भंग करने को EX CM वीरभद्र ने कहा दुर्भाग्यपूर्ण, फैसले को बताया कर्मचारी विरोधी

बता दें कि पिछले महीने झंझीड़ी में स्कूल बस गिरी थी जिसका मुख्य कारण सड़क किनारे खड़ी गाड़ियां बताई जा रही हैं. इन हादसों से भी पुलिस प्रशासन कोई सबक नहीं ले रहा है और लोग कहीं भी गाड़ी पार्क कर देते हैं जिससे आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.

शिमला: राजधानी में पुलिस प्रशासन की लापरवाही आम जनता पर भारी पड़ती नजर आ रही है. सड़क के दोनों तरफ खड़ी गाड़ियों के कारण कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन इन्हें हटाने में नाकामयाब रहा है. ऐसा ही मामला सामने आया है ढली के नजदीक चूरट नाले में, जहां सड़क के दोनों किनारे गाड़ियां कतारों में खड़ी रहती है जिससे लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है.

स्थानीय निवासी रोशन ने बताया कि यह रास्ता पहले ही तंग है ऊपर से अवैध पार्किंग के चलते पैदल चलने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी रास्ते में एक निजी स्कूल भी है जिसमें सैकड़ों बच्चे पढ़ते हैं जिन्हें इन गाड़ियों के चलते काफी परेशानी होती है. साथ ही खड़ी गाड़ियों के कारण घंटों लंबा जाम लगा रहता है. जिससे लोग अपने गंतव्य पर समय से नहीं पहुंच पाते. इसके अलावा किसानों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है जो समय पर सब्जी मंडी नहीं पहुंच पाते और उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है.

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वहीं उप प्रधान नरेंद्र कंवर ने बताया कि चुरट नाले को जाने वाले रास्ते की हालत बहुत दयनीय है. इस रास्ते मे जगह ,जगह गंदगी के ढेर रहते हैं और लोगों को गंदगी के कारण बीमारी फैलने का डर सताने लगा है. इसके अलावा शाम होते ही यह रास्ता नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है, जिससे महिलाओं और बच्चों को आने जाने में डर लगता है. इस बात की सूचना कई बार पुलिस को दी गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

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बता दें कि पिछले महीने झंझीड़ी में स्कूल बस गिरी थी जिसका मुख्य कारण सड़क किनारे खड़ी गाड़ियां बताई जा रही हैं. इन हादसों से भी पुलिस प्रशासन कोई सबक नहीं ले रहा है और लोग कहीं भी गाड़ी पार्क कर देते हैं जिससे आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.

Intro:सड़क हादसों के बाद भी नहीं जाग रहा प्रशासन , सड़क किनारे खड़ी गाडियो से चूरटू नाले इलाके में चलना हुआ मुश्किल। शिमला। राजधानी में पुलिस प्रशासन की लापरवाई आम जनता पर भारी पड़ती जा रही है। सड़क पर खड़ी बे तरतीव गाडियो कारण कई सड़क हादसे हो चुके है लेकिन पुलिस प्रशासन सड़क किनारे खड़ी बे तरतीव गाडियो को हटाने में नाकामयाब रहा है जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।


Body:ऐसा ही मामला राजधानी के उपनगर ढली के समीप चूरट नाला इलाके को जाने वाले रास्ते मे सामने आया है जहां सड़क के दोनों किनारे गाड़ियां कतारों में खड़ी रहती है जिससे आम जनता को पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। स्थानीय निवासी रोशन ने बताया कि वह रोज सुबह शाम इसी रास्ते से आते जाते है। उनका कहना था कि यह रास्ता पहले की खराब है और तंग रास्ता है उपर से सड़क के दोनों किनारे लोग अपनी गाड़ी पार्क कर चले जाते है जिसके कारण लोगो का पैदल चलना भी परेशानी भरा रहता है ।उनका कहना था कि इसी रास्ते मे एक निजी स्कूल भी है जिसमे सेंकडो छोटे बच्चे पढ़ते है जिन्हें आने जाने में काफी परेशानी होती है। रोशन ने बताया कि सुबह शाम तो सड़क किनारे बेतरतीव खड़ी गाडियो के कारण घण्टो लंबा जाम लगा रहता है। जिससे लोग अपने गंतब्य पर समय से नही पहुंच पाते । उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा पेशानी किसानो को होती है जो सुबह सब्जी मंडी तक अपनी फसल समय नही पहुंचा सकते और उनको नुकसान उठाना पड़ता है।


Conclusion:वही उप प्रधान नरेंद्र कवर ने बताया कि चुरट नाले को जाने वाले रास्ते की हालत बहुत दयनीय है।।इस रास्ते मे जगह ,जगह गंदगी के ढेर रहते है जिससे लोगों को आने जाने में परेशानी उठानी पड़ती है ।उनका कहना था कि बरसात शूरु हो गयी है और रास्ते मे इधर ,उधर पड़ा कूड़ा व गन्दगी के कारण बीमारी फैलने का डर लोगो को सताने लगा है । यही नही सड़को पर दोनों किनारे गड़िया खड़ी रहती है और शाम ढलते ही नशेडियों का अड्डा बन जाता है जिससे महिलाओं व बच्चो को आने जाने में डर लगता है। उन्होंने कहा कि पुलिस को भी इसकी सूचना दी गयी है मगर अब तक इस ओर कोई भी करवाई नही हुई है।गौरतलब है कि बीते माह झँजीडी में स्कूल बस गिरी थी जिसका मुख्य कारण सड़क किनारे खड़ी गड़िया थी ।उसके बाद भी पुलिस प्रशासन हादसों से कोई सबक नही ले रहा है और लोग धड़ले से सड़क पर बेतरतीव गाड़ी पार्क कर देते है जिससे लोगो के परेशानी होती है।
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