शिमला: नगर निगम शिमला के डिप्टी मेयर सहित 28 पार्षदों के पोर्ट ब्लेयर दौरे पर उंगलिया उठना शुरू हो गई हैं. पार्षदों के दौरे को लेकर लोगों ने कई तरह के सवाल खड़े किए हैं. सोमवार को सभी पार्षद पोर्ट ब्लेयर के दौरे से शिमला वापिस लौट आए. वहीं, इन पार्षदों का स्वागत करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता रवि कुमार महापौर कार्यालय पहुचें. सामाजिक कार्यकर्ता रवि कुमार ने सभी का माला पहना कर स्वागत किया.
रवि कुमार ने कहा कि शहर में भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया था. लोगों को मुसीबत में छोड़ कर 28 पार्षद घूमने के लिए पोर्ट ब्लेयर निकल गए. उन्होंने कहा कि ऐसे समय मे पार्षदों को लोगों के बीच रहना चाहिए था, लेकिन लोगों को राम भरोसे छोड़ कर ये सभी घूमने निकल गए.
वहीं, उन्होंने कहा कि नगर निगम शहर में विकास के कार्य करवाने में विफल साबित हुआ है. एक तरफ शहर में पानी के बिलों में बढ़ोतरी कर जनता पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है वहीं, पार्षदों की ऐश परस्ती पर करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं.
वहीं, नगर निगम महापौर पार्षदों के बचाव करती नजर आई. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार से अनुमति के बाद ही पार्षदों को दौरे पर भेजा गया था. जब पार्षद दौरे पर गए थे उस समय मौसम साफ था और बर्फबारी के बाद नगर निगम ने शहर से बर्फ हटाने का काम समय रहते पूरा कर लिया है.