शिमला: राजधानी में 23 और 24 जून को शिमला इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल आयोजित होगा. इस बार फेस्टिवल में हिमाचली संस्कृति और विरासत की झलक देखने को मिलेगी.
लिटरेचर फेस्टिवल के बारे में डिपार्टमेंट ऑफ लैंग्वेज एंड आर्ट कल्चर की सचिव पूर्णिमा चौहान ने कहा कि इस बार फेस्टिवल में हिमाचली संस्कृति को प्रमोट किया जाएगा. फेस्ट में लाहौल-स्पीति के चीनेले गांव की भाषा और सांस्कृतिक परंपरा पर चर्चा होगी.
वहीं, कांगड़ा पेंटिंग के साथ हिमाचली प्राचीन लिपियों पर भी चर्चा की जाएगी. इसके अलावा फेस्ट में अलग-अलग विषयों पर सत्र होंगे. बता दें कि फेस्ट में फरवरी महीने में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के बाद और पहले के हालातों पर शॉर्ट फिल्म भी दिखाई जाएगी. इसके साथ ही फेस्टिवल में पहाड़ की कहानियों को भी सुनाया जाएगा.
फेस्टिवल का आगाज पहाड़ी नाटी से होगा, जिसका मकसद लोगों को हिमाचली संस्कृति से रूबरू करवाना है. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज फेस्ट में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे. फेस्टिवल की थीम 'द वर्ल्ड ऑफ ड्रीम्स एंड इमेजिनेशन' रखी गई है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण से जुड़े विषयों पर चर्चा होगी. बता दें कि फेस्ट में कई महान हस्तियां भाग लेंगी.