शिमला: हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में सोमवार को दो गुटों में हुई हिसंक झड़प को लेकर पुलिस ने दो पक्षों की ओर से मिली शिकायत के आधार पर क्रॉस एफआईआर दर्ज कर लिया है. मामले में पुलिस ने मंगलवार देर शाम स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के 6 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया, जिससे नाराज एसएफआई कार्यकर्ताओं ने बालूगंज थाने के बाहर जमकर प्रदर्शन किया.
एचपीयू में हुई एनएसयूआई और एसएफआई के बीच हुई झड़प के बाद यूनिवर्सिटी में तनाव का माहौल है. पुलिस ने मामले में क्रॉस एफआईआर दर्ज कर लिया है. वहीं, आज देर शाम पुलिस ने एसएफआई के 6 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया, जिससे नाराज एसएफआई कार्यकर्ताओं ने शिमला के बालूगंज थाने के बाहर पुलिस के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. एसएफआई कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिस ने सिर्फ एक तरफा कार्रवाई करते हुए एसएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. जबकि एनएसयूआई के किसी भी कार्यकर्ता को हिरासत में भी नहीं लिया गया है.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का परिसर सोमवार को जंग का अखाड़ा बन गया. दो गुटों के बीच हुए हिंसक झड़प में शामिल छात्र नेताओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए विवि प्रशासन ने चार सदस्यीय कमेटी बिठा दी है. डीन ऑफ स्टडी की अध्यक्षता में चार सदस्यों की जांच कमेटी की बैठक मंगलवार को देर शाम तक होती रही. अब इसमें बुधवार को सुबह भी बैठक होने की उम्मीद है. इसके बाद हिंसा में शामिल छात्र नेताओं के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जा सकती है.
जानकारी के अनुसार इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन कोई बड़ी कार्रवाई छात्र नेताओं के खिलाफ कर सकता है. इसमें प्रशासन की ओर से छात्र संगठनों को एक संदेश देने का प्रयास किया जाएगा कि हिंसा में शामिल होने पर किस तरह की कार्रवाई की जा सकती है. अभी इसके कयास लगाया जा रहे हैं कि प्रशासन आने वाले दिनों में हो सकता है कि छात्र नेताओं को नोटिस देकर इस मसले पर जवाब तलब करें.
बता दें कि सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में दो छात्र संगठनों के बीच में जमकर हिंसा हुई. इस दौरान चार छात्र नेताओं को चोटे भी आई थी. वहीं, मामले में एसएफआई ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. साथ ही पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताते हुए परिसर में धरना प्रदर्शन किया. विश्वविद्यालय प्रशासन से लेकर पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए एसएफआई की विश्वविद्यालय इकाई ने आज यूनिवर्सिटी परिसर में धरना प्रदर्शन किया.
एसएफआई के प्रदेशाध्यक्ष रमन थारटा ने आरोप लगाया कि सोमवार रात को छात्र नेताओं को हॉस्टल से उठाया गया. इन्हें हिरासत में ले लिया गया, हालांकि दूसरी तरफ किसी भी छात्र नेता या आरोपी बाहरी तत्वों को हिरासत में नहीं लिया गया है. उन्होंने चेताया कि यदि प्रशासन और पुलिस का यही रवैया रहता है तो शिमला ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में एक जन आंदोलन इसके खिलाफ शुरू किया जाएगा. इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से विश्वविद्यालय प्रशासन और शिमला पुलिस की होगी.
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