शिमला: हिमाचल के एक और लाल ने देवभूमि का नाम रोशन किया है. सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड के सीजीएम और एचआर डिपार्टमेंट के मुखिया शैलेंद्र सिंह को केंद्र सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. शैलेंद्र सिंह अब टीएचडीसी यानी टिहरी हाइड्रो डवलपमेंट कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड के निदेशक (पर्सनल) पद का कार्यभार संभालेंगे. ये कॉरपोरेशन केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के एनटीपीसी के तहत आती है. टीएचडीसी टिहरी हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स सहित अन्य संबंधित जलविद्युत परियोजनाओं को विकसित करने के साथ-साथ उनके सभी पहलुओं पर काम करती है. केंद्र सरकार टीएचडीसी के अहम पदों पर नियुक्ति करती है. अब हिमाचल के लाल को इस कारपोरेशन में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
मूल रूप से शिमला जिले से संबंधित शैलेंद्र सिंह ने बीए अंग्रेजी ऑनर्स के साथ-साथ एचपीयू शिमला से एमबीए की डिग्री हासिल की है. सेंट एडवर्ड स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने संजौली कॉलेज से बीए आनर्स (अंग्रेजी) किया. शैलेंद्र सिंह ने सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड में एक्जीक्यूटिव ट्रेनी के तौर पर 1992 में अपना करियर शुरू किया था. उनके पास ह्यूमन रिसोर्स और एचआर के क्षेत्र में तीन दशक का अनुभव है. शैलेंद्र सिंह ने अमेरिका, ब्रिटेन आदि में विभिन्न मैनेजमेंट प्रोग्राम्स में अपनी मेधा का परिचय दिया है. एसजेवीएन में सेवा के दौरान शैलेंद्र सिंह ने एचआर के क्षेत्र में कई नवीन कदम उठाए और सफलता से लागू किए हैं. उन्हें एसजेवीएन स्टार अवार्ड और अवार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया जा चुका है.
शैलेंद्र सिंह के टीएचडीसी में निदेशक पद पर नियुक्ति से एसजेवीएन समूह में खुशी की लहर है. एसजेवीएन के सीएमडी नंदलाल शर्मा सहित अन्य अफसरों व कर्मचारियों ने शैलेंद्र सिंह की नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी है. उल्लेखनीय है कि एसजेवीएन केंद्र सरकार की मिनी नवरत्न कंपनी है और हाइड्रो पावर सेक्टर में इसका रुतबा देश-विदेश में है. एसजेवीएन देश के कई राज्यों सहित नेपाल, भूटान आदि में भी बड़े प्रोजेक्ट्स चला रही है. वैश्विक स्तर पर एसजेवीएन की साख दुनिया की बड़ी कंपनियों में होती है. इसी एसजेवीएन में शैलेंद्र सिंह ने तीन दशक तक सेवाएं दी हैं और अब वे एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को संभालने जा रहे हैं.
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