शिमला: हिमाचल प्रदेश एसएफआई राज्य कमेटी ने प्रतियोगी परीक्षाओं को स्थगित करवाने के लिए शिमला में हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. वहीं, आयोग के सचिव को मांगपत्र भी सौंपा.
एसएफआई राज्य अध्यक्ष रमन थारटा ने कहा कि एक ओर तो कोरोना महामारी के कारण छात्र पहले ही मानसिक रूप से पीड़ित हैं. दूसरा इन प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर चल रही असमंजस ने चिंता को बढ़ा दिया है. पिछले एक सप्ताह में पूरे प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में संक्रमितों का आंकड़ा 2200 के पार पहुंच चुका है, जिस कारण कई क्षेत्रों को या तो सील किया गया है या फिर रेड जोन में तब्दील किया गया है. इन क्षेत्रों में आवाजाही भी पूर्ण रूप से बाधित है. ऐसे में छात्रों का परीक्षा केंद्र तक पहुंचना खतरे से खाली नहीं होगा.
एसएफआई राज्य कमेटी मांग करती है कि हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के साथ-साथ हमीरपुर बोर्ड द्वारा आयोजित होने वाली सभी परीक्षाओं को शीघ्र स्थगित किया जाए, ताकि इस महामारी के प्रवाह को रोका जा सके. प्रदेश सरकार अभी भी इस महामारी को हल्के में ले रही है, जिसका अंदाजा सरकार के एक फैसले से नजर आता है, जिसके तहत सरकार ने क्वारंटाइन हुए छात्रों को भी इन परीक्षाओं से पहले आवाजाही की अनुमति दे दी है. ऐसे में आवाजाही अगर बढ़ती है, तो संक्रमण भी तेजी से बढ़ेगा इसलिए सरकार समय रहते सभी परीक्षाओं को स्थगित करे.
अगर सरकार व आयोग अगस्त माह के पहले सप्ताह में होने वाली इन प्रतियोगी परीक्षाओं को समय रहते स्थगित नहीं करता है, तो आने वाले समय में इन परीक्षाओं की वजह से यदि कोई छात्र संक्रमित होता है, तो उसकी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार व लोक सेवा आयोग की होगी.
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