ETV Bharat / state

रोहड़ू स्कूल यौन उत्पीड़न मामला: आरोपी शिक्षक संजय देष्टा सस्पेंड - डॉक्टर अमरजीत कुमार शर्मा

रोहड़ू उपमंडल के टिक्कर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी शिक्षक संजय देष्टा को सस्पेंड कर दिया गया है. शिक्षा विभाग की ओर से आरोपी शिक्षक के खिलाफ यह कार्रवाई स्कूल की यौन उत्पीड़न कमेटी और स्कूल प्रधानाचार्य की ओर से निदेशालय को सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर की गई है.

Sanjay Deshta
author img

By

Published : Oct 30, 2019, 7:56 PM IST

शिमला: रोहड़ू उपमंडल के टिक्कर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी शिक्षक संजय देष्टा को सस्पेंड कर दिया गया है. उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉक्टर अमरजीत कुमार शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है.

उन्होंने कहा है कि शिक्षा विभाग की ओर से आरोपी शिक्षक के खिलाफ यह कार्रवाई स्कूल की यौन उत्पीड़न कमेटी और स्कूल प्रधानाचार्य की ओर से निदेशालय को सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर की गई है. कमेटी की रिपोर्ट में आरोपी शिक्षक को दोषी करार दिया गया है.

जो आरोप छात्राओं की ओर से लगाए गए हैं उनमें भी सत्यता पाई गई है, जिसे देखते हुए पोक्सो एक्ट के तहत शिक्षक के खिलाफ सस्पेंशन ऑर्डर शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए हैं.

भले ही आरोपी शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन मामले में विभाग ने उच्च स्तरीय जांच भी बैठा दी है. विभाग ने उप जिला निदेशक को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है. ऐसे में अब इस मामले में उपजिला निदेशक की जांच करेंगे और इसकी रिपोर्ट निदेशालय के साथ ही सरकार को भी सौंपी जाएगी.

वहीं, मामले में जांच के लिए उपनिदेशक कार्यालय ने भी प्रधानाचार्य स्तर की महिला अधिकारी को कमान सौंपी है. जांच के लिए 3 दिन का समय दिया गया है. अब उक्त महिला अधिकारी स्कूल में जाकर इस पूरे मामले की गहनता से जांच करेगी और जिन छात्रों ने शिक्षक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं उनसे भी बात की जाएगी.

sexualy harrasment Accused teacher Sanjay Deshta suspended
कॉन्सेप्ट इमेज.

छात्राओं से बात कर पूरे मामले को सामने लाने का प्रयास किया जाएगा और आरोपों में छिपी सच्चाई को सामने लाया जाएगा. इसके साथ ही स्कूल में सेक्सुअल हैरेसमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ ही स्कूल प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों से भी जांच के दौरान बातचीत की जाएगी.

तीन दिन में जांच की पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उसे निदेशालय को सौंपा जाएगा जिसके बाद निदेशालय इस रिपोर्ट को सरकार के समक्ष पेश करेगी. बता दें कि शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की ओर से भी मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग को यह निर्देश जारी किए थे कि इस मामले की जांच को जल्द से जल्द पूरा कर इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाए.

इसके साथ ही आरोपों में अगर सत्यता पाई जाती है तो आरोपी शिक्षक पर कड़ी कार्यवाही की जाए. वहीं, आरोपी शिक्षक जिसके खिलाफ पुलिस ने भी मामला दर्ज किया गया है उसी के आधार पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक को तलाश रही है.

मामले में एफआईआर होने के बाद से ही आरोपी शिक्षक फरार बताया जा रहा है. पुलिस आरोपी शिक्षक को इलाके के आसपास की जगहों पर तलाश रही हैं. वहीं स्कूली छात्राओं से जिन्होंने शिक्षक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं उनसे भी पुलिस पूछताछ कर रही है.

यह है पूरा मामला
वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टिक्कर के राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले शिक्षक संजय देष्टा के खिलाफ अश्लील व्यवहार के आरोप स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं ने लगाए है. इस बात को लेकर स्कूली छात्राओं ने स्कूल कि ही शिक्षिकाओं के पास शिकायत की जिसके बाद मामला शिक्षिकाओं के माध्यम से स्कूल प्रिंसिपल के पास पहुंचा.

स्कूल प्रिंसीपल ने मामले में स्कूल में गठित यौन उत्पीड़न कमेटी से जांच करवाई. कमेटी की रिपोर्ट में भी आरोपों में सत्यता पाई गई है. कमेटी ने छात्राओं के बयान भी लिखित रूप में रिपोर्ट में शामिल किए है. इस रिपोर्ट के बाद मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ शिकायत टिक्कर पुलिस चौकी में दर्ज करवाई गई है.

पुलिस ने भी जांच शुरू करते हुए छात्राओं के बयान लिए है और आरोपी शिक्षक के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, बताया यह भी जा रहा है कि शिकायत दर्ज होने के बाद से आरोपित शिक्षक अंडर ग्राउंड हो गया है.

शिमला: रोहड़ू उपमंडल के टिक्कर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी शिक्षक संजय देष्टा को सस्पेंड कर दिया गया है. उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉक्टर अमरजीत कुमार शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है.

उन्होंने कहा है कि शिक्षा विभाग की ओर से आरोपी शिक्षक के खिलाफ यह कार्रवाई स्कूल की यौन उत्पीड़न कमेटी और स्कूल प्रधानाचार्य की ओर से निदेशालय को सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर की गई है. कमेटी की रिपोर्ट में आरोपी शिक्षक को दोषी करार दिया गया है.

जो आरोप छात्राओं की ओर से लगाए गए हैं उनमें भी सत्यता पाई गई है, जिसे देखते हुए पोक्सो एक्ट के तहत शिक्षक के खिलाफ सस्पेंशन ऑर्डर शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए हैं.

भले ही आरोपी शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन मामले में विभाग ने उच्च स्तरीय जांच भी बैठा दी है. विभाग ने उप जिला निदेशक को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है. ऐसे में अब इस मामले में उपजिला निदेशक की जांच करेंगे और इसकी रिपोर्ट निदेशालय के साथ ही सरकार को भी सौंपी जाएगी.

वहीं, मामले में जांच के लिए उपनिदेशक कार्यालय ने भी प्रधानाचार्य स्तर की महिला अधिकारी को कमान सौंपी है. जांच के लिए 3 दिन का समय दिया गया है. अब उक्त महिला अधिकारी स्कूल में जाकर इस पूरे मामले की गहनता से जांच करेगी और जिन छात्रों ने शिक्षक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं उनसे भी बात की जाएगी.

sexualy harrasment Accused teacher Sanjay Deshta suspended
कॉन्सेप्ट इमेज.

छात्राओं से बात कर पूरे मामले को सामने लाने का प्रयास किया जाएगा और आरोपों में छिपी सच्चाई को सामने लाया जाएगा. इसके साथ ही स्कूल में सेक्सुअल हैरेसमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ ही स्कूल प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों से भी जांच के दौरान बातचीत की जाएगी.

तीन दिन में जांच की पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उसे निदेशालय को सौंपा जाएगा जिसके बाद निदेशालय इस रिपोर्ट को सरकार के समक्ष पेश करेगी. बता दें कि शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की ओर से भी मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग को यह निर्देश जारी किए थे कि इस मामले की जांच को जल्द से जल्द पूरा कर इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाए.

इसके साथ ही आरोपों में अगर सत्यता पाई जाती है तो आरोपी शिक्षक पर कड़ी कार्यवाही की जाए. वहीं, आरोपी शिक्षक जिसके खिलाफ पुलिस ने भी मामला दर्ज किया गया है उसी के आधार पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक को तलाश रही है.

मामले में एफआईआर होने के बाद से ही आरोपी शिक्षक फरार बताया जा रहा है. पुलिस आरोपी शिक्षक को इलाके के आसपास की जगहों पर तलाश रही हैं. वहीं स्कूली छात्राओं से जिन्होंने शिक्षक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं उनसे भी पुलिस पूछताछ कर रही है.

यह है पूरा मामला
वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टिक्कर के राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले शिक्षक संजय देष्टा के खिलाफ अश्लील व्यवहार के आरोप स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं ने लगाए है. इस बात को लेकर स्कूली छात्राओं ने स्कूल कि ही शिक्षिकाओं के पास शिकायत की जिसके बाद मामला शिक्षिकाओं के माध्यम से स्कूल प्रिंसिपल के पास पहुंचा.

स्कूल प्रिंसीपल ने मामले में स्कूल में गठित यौन उत्पीड़न कमेटी से जांच करवाई. कमेटी की रिपोर्ट में भी आरोपों में सत्यता पाई गई है. कमेटी ने छात्राओं के बयान भी लिखित रूप में रिपोर्ट में शामिल किए है. इस रिपोर्ट के बाद मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ शिकायत टिक्कर पुलिस चौकी में दर्ज करवाई गई है.

पुलिस ने भी जांच शुरू करते हुए छात्राओं के बयान लिए है और आरोपी शिक्षक के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, बताया यह भी जा रहा है कि शिकायत दर्ज होने के बाद से आरोपित शिक्षक अंडर ग्राउंड हो गया है.

Intro:टिक्कर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी शिक्षक संजय देष्टा को सस्पेंड कर दिया गया है। उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉक्टर अमरजीत कुमार शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि शिक्षा विभाग की ओर से आरोपी शिक्षक के खिलाफ यह कार्रवाई स्कूल की यौन उत्पीड़न कमेटी और स्कूल प्रधानाचार्य की ओर से निदेशालय को सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर की गई है। कमेटी की रिपोर्ट में आरोपी शिक्षक को दोषी करार दिया गया है । जो आरोप छात्राओं की ओर से लगाए गए हैं उनमें भी सत्यता पाई गई है, जिसे देखते हुए पोक्सो एक्ट के तहत शिक्षक के खिलाफ सस्पेंशन ऑर्डर शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए हैं।


Body:भले ही आरोपी शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है लेकिन मामले में विभाग ने उच्च स्तरीय जांच भी बैठा दी है। विभाग ने उप जिला निदेशक को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है। ऐसे में अब इस मामले में उपजिला निदेशक की जांच करेंगे और इसकी रिपोर्ट निदेशालय के साथ ही सरकार को भी सौंपी जाएगी। वहीं मामले में जांच के लिए उपनिदेशक कार्यालय ने भी प्रधानाचार्य स्तर की महिला अधिकारी को कमान सौंपी है। जांच के लिए 3 दिन का समय दिया गया है। अब उक्त महिला अधिकारी स्कूल में जाकर इस पूरे मामले की गहनता से जांच करेंगी और जिन छात्रों ने शिक्षक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं उनसे भी बात की जाएगी। छात्राओं से बात कर पूरे मामले को सामने लाने का प्रयास किया जाएगा और आरोपों में छिपी सच्चाई को सामने लाया जाएगा। इसके साथ ही स्कूल में सेक्सुअल हैरेसमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ ही स्कूल प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों से भी जांच के दौरान बातचीत की जाएगी। तीन दिन में जांच की पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उसे निदेशालय को सौंपा जाएगा जिसके बाद निदेशालय इस रिपोर्ट को सरकार के समक्ष पेश करेगी। बता दें कि शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की ओर से भी मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग को यह निर्देश जारी किए थे कि इस मामले की जांच को जल्द से जल्द पूरा कर इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाए। इसके साथ ही आरोपों में अगर सत्यता पाई जाती है तो आरोपी शिक्षक पर कड़ी कार्यवाही की जाए।


Conclusion:वहीं आरोपी शिक्षक जिसके खिलाफ पुलिस ने भी मामला दर्ज किया गया है उसी के आधार पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक को तलाश रही है। मामले में एफआईआर होने के बाद से ही आरोपी शिक्षक फरार बताया जा रहा है। पुलिस आरोपी शिक्षक को इलाके के आसपास की जगहों पर तलाश रही हैं। वहीं स्कूली छात्राओं से जिन्होंने शिक्षक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं उनसे भी पुलिस पूछताछ कर रही है।

बॉक्स:
यह है पूरा मामला

वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टिक्कर के राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले शिक्षक संजय देष्टा के खिलाफ अश्लील व्यवहार के आरोप स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं ने लगाए है। इस बात को लेकर स्कूली छात्राओं ने स्कूल कि ही शिक्षिकाओं के पास शिकायत की जिसके बाद मामला शिक्षिकाओं के माध्यम से स्कूल प्रिंसिपल के पास पहुंचा। स्कूल प्रिंसीपल ने मामले में स्कूल में गठित यौन उत्पीड़न कमेटी से जांच करवाई। कमेटी की रिपोर्ट में भी आरोपों में सत्यता पाई गई है। कमेटी ने छात्राओं के बयान भी लिखित रूप में रिपोर्ट में शामिल किए है। इस रिपोर्ट के बाद मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ शिकायत टिक्कर पुलिस चौकी में दर्ज करवाई गई है। पुलिस ने भी जांच शुरू करते हुए छात्राओं के ब्यान लिए है ओर आरोपी शिक्षक के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं बताया यह भी जा रहा है कि शिकायत दर्ज होने के बाद से आरोपित शिक्षक अंडर ग्राउंड हो गया है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.