शिमला: सोशल मीडिया पर वायरल एक पत्र में भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार (Rajya Sabha MP Sikander Kumar) के खिलाफ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के वीसी रहते वित्तीय अनियमितताओं और भाई भतीजावाद के गंभीर आरोप लगाए (Corruption allegations on Sikander Kumar) गए हैं. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से रिटायर्ड प्रोफेसर का दावा करने वाले व्यक्ति ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर पूरे मामले की जांच करने की मांग की है. इस पत्र के माध्यम से सिकंदर कुमार पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए गए हैं.
पत्र में लिखा गया है कि वीसी रहते उन्होंने नियमों को दरकिनार कर धन एकत्र किया. जिसका प्रयोग वह भविष्य में विधायक बनने या फिर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए भी कर सकते हैं. इसके अलावा पत्र में सिकंदर कुमार पर भाजपा के संगठन मंत्री पवन राणा के साथ मिलकर प्रदेश विश्वविद्यालय में अयोग्य व्यक्तियों की नियुक्तियां करने के आरोप भी लगाए गए हैं. इस पत्र के माध्यम से लगाया गए आरोपों पर रिटायर्ड प्रोफेसर ने राज्यपाल से पूरे मामले की जांच करवाने की अपील की है.
वहीं, इस पूरे मामले पर सांसद सिकंदर कुमार ने डीजीपी (DGP Himachal Sanjay Kundu) से जांच की मांग की है. उन्होंने डीजीपी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि उनके खिलाफ किसी ने फर्जी पहचान के साथ राज्यपाल को शिकायत की है. सिकंदर कुमार ने कहा कि वे पूर्व में भी सारे आरोपों से पाक साफ होकर निकले हैं. उन्होंने पूरे मामले में जांच की मांग उठाई है.
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