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हिमाचल में नहीं थम रहा स्क्रब टायफस का प्रकोप, IGMC में कुल 51 मामले आए सामने

शुक्रवार को आईजीएमसी शिमला में स्क्रब टाइफस के चार नए मामले सामने आए. सभी मरीजों को इलाज के लिए मेडिसन डिपार्टमेंट में भर्ती किया गया है.

IGMC Shimla
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Published : Aug 30, 2019, 11:45 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला में स्क्रब टाइफस का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को आईजीएमसी शिमला में स्क्रब टाइफस के चार नए मामले सामने आए. सभी मरीजों को इलाज के लिए मेडिसन डिपार्टमेंट में भर्ती किया गया है.

बता दें कि गुरुवार को प्रशासन ने 36 मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे. इसमें से चार की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है. इससे पहले गुरुवार को स्क्रब टाइफस से एक महिला की मौत हुई थी, जबकि सात नए मामले आए थे. आईजीएमसी में अब तक स्क्रब टाइफस के कुल 51 मामले आ चुके हैं, जबकि छह लोगों की मौत हो चुकी है.
स्क्रब टायफस के लक्ष्ण
तेज बुखार आना, जोड़ों में दर्द, अकड़न, थकान महसूस होना, गर्दन, बाजुओं के नीचे और कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना आदि स्क्रब टायफस के लक्ष्ण हैं. इस तरह के लक्ष्ण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
ऐसे करें बचाव
स्क्रब टाइफस की रोकथाम के लिए खेतों और इााड़ियों में काम करते समय पूरा शरीर खास कर टांगे पांव और बाजू ढककर रखें. घर और आसपास के वातावरण को साफ रखें. साथ ही घर के चारों ओर घास खरपवतवार नहीं उगने दें. इसके अलावा घर के अंदर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें.

आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. जनक राज ने कहा कि शुक्रवार को आईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के चार नए मामले आए हैं. अब तक 51 पॉजीटिव मामले स्क्रब टाइफस के आ चुके हैं, जबकि 6 लोगों की मौत हुई है.

बता दें कि स्क्रब टाइफस संक्रामक रोग नहीं है. ये रोग एक आदमी से दूसरे आदमी को नहीं फैलता. स्क्रब टाइफस की जांच और उपचार सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानो में निशुल्क किया जाता है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल HC के चीफ जस्टिस बनेंगे SC के जज, केएल नारायण स्वामी होंगे प्रदेश के CJ

शिमला: राजधानी शिमला में स्क्रब टाइफस का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को आईजीएमसी शिमला में स्क्रब टाइफस के चार नए मामले सामने आए. सभी मरीजों को इलाज के लिए मेडिसन डिपार्टमेंट में भर्ती किया गया है.

बता दें कि गुरुवार को प्रशासन ने 36 मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे. इसमें से चार की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है. इससे पहले गुरुवार को स्क्रब टाइफस से एक महिला की मौत हुई थी, जबकि सात नए मामले आए थे. आईजीएमसी में अब तक स्क्रब टाइफस के कुल 51 मामले आ चुके हैं, जबकि छह लोगों की मौत हो चुकी है.
स्क्रब टायफस के लक्ष्ण
तेज बुखार आना, जोड़ों में दर्द, अकड़न, थकान महसूस होना, गर्दन, बाजुओं के नीचे और कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना आदि स्क्रब टायफस के लक्ष्ण हैं. इस तरह के लक्ष्ण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
ऐसे करें बचाव
स्क्रब टाइफस की रोकथाम के लिए खेतों और इााड़ियों में काम करते समय पूरा शरीर खास कर टांगे पांव और बाजू ढककर रखें. घर और आसपास के वातावरण को साफ रखें. साथ ही घर के चारों ओर घास खरपवतवार नहीं उगने दें. इसके अलावा घर के अंदर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें.

आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. जनक राज ने कहा कि शुक्रवार को आईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के चार नए मामले आए हैं. अब तक 51 पॉजीटिव मामले स्क्रब टाइफस के आ चुके हैं, जबकि 6 लोगों की मौत हुई है.

बता दें कि स्क्रब टाइफस संक्रामक रोग नहीं है. ये रोग एक आदमी से दूसरे आदमी को नहीं फैलता. स्क्रब टाइफस की जांच और उपचार सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानो में निशुल्क किया जाता है.

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Intro:शिमला में नही थम रहा स्क्रब टायफस 4 नए मरीज आये सामने
शिमला
अाईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के शुक्रवार काे चार नए मरीज पहुंचे हैं। यह सभी मरीज अाईजीएमसी के मेडिसन डिपार्टमेंट में भर्ती है। वीरवार काे प्रशासन ने 36 मरीजाें के सैंपल जांच के लिए भेजे थे, जिसमें 4 की रिपाेर्ट पाॅजीटिव अाई है। इससे पहले वीरवार काे एक महिला की माैत स्क्रब टाइफस से हुई थी, जबकि सात नए मामले अाए थे। अाईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के अब तक 51 मामले अा चुके हैं, जबकि छह लाेगाें की माैत हाे चुकी है।

Body:एेसे करें बचाव
स्क्रब टाइफस की रोकथाम के लिए खेतों अाैर इााडियांे में काम करते समय पूरा शरीर खास कर टांगे पांव और बाजू ढककर
रखें, घर अाैर आसपास के वातावरण को साफ रखें, घर के चारों और घास खरपवतवार नही उगने दंे अाैर घर के अंदर और आसपास कीटनाशक दवाआंे का छिडाकाव करंे। स्क्रब टाईफस संक्रामक रोग नही है। यह रोग एक आदमी से दुसरे आदमी को नही फैलता। इस मौसम में यदि किसी को बुखार आए तो वह तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जाए अाैर चिकित्सक से इस बारे परामर्श लें। स्क्रब टाइफस की जांच व उपचार सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानो में निशुल्क किया जाता है।

Conclusion:काेट
अाईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के चार नए मामले शुक्रवार काे अाए हैं। अब तक 51 पाॅजीटिव मामले स्क्रब के अा चुके हैं, जबकि 6 लाेगाें की माैत हुई है। लाेगाें काे स्क्रब से डरने की जरूरत नहीं है। घास वाले एरिया में जाते समय कुछ जरूरी सावधानियां बरतने से इससे बचा जा सकता है। अाईजीएमसी में स्क्रब से निपटने के लिए सभी दवाएं अाैर पुख्ता इंतजाम हैं।
डाॅ. जनकराज वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी अाईजीएमसी शिमला
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