शिमला: हिमाचल प्रदेश के छात्रवृति घोटाले में जांच एजेंसी सीबीआई ने कुछ बैंकों में दबिश दी. चंडीगढ़ के कुछ बैंकों का रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया है. इस सिलसिले में बैंक के अधिकारियों से भी पूछताछ की गई है. करीब 250 करोड़ रुपए के घोटाले में बुधवार को ही सीबीआई ने हिमाचल हाईकोर्ट में सील्ड कवर रिपोर्ट भी दाखिल की है.
जांच एजेंसी कई पहलुओं को खंगाल रही है. शिक्षा विभाग सहित बैंकों के अधिकारियों व निजी शिक्षण संस्थानों से रिकॉर्ड कब्जे में लेकर कई लोगों से पूछताछ की गई है. सीबीआई ने बुधवार को चंडीगढ़ में यूको बैंक, पीएनबी व सेंट्रल बैंक में जांच की और रिकॉर्ड कब्जे में लिया. सीबीआई के डीएसपी रैंक के अफसर ने कार्रवाई की कमान संभाली थी.
अभी तक की जांच में सामने आया है कि छात्रों के फर्जी खाते खोल कर स्कॉलरशिप हड़पी गई. अड़तीस हजार से अधिक छात्रों के फर्जी खाते खोले गए थे. हिमाचल में मेधावी छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप का ये घोटाला 2013 से चल रहा था. रिकॉर्ड के मुताबिक 2016-17 के शैक्षणिक सत्र तक कुल 924 निजी संस्थानों के छात्रों को 210.05 करोड़ रुपये और 18682 सरकारी संस्थानों के छात्रों को महज 56.35 करोड़ रुपये बतौर स्कॉलरशिप दिए गए. हिमाचल के ट्राइबल एरिया के छात्रों को तो इसका लाभ मिला ही नहीं. उनके हिस्से की छात्रवृत्ति फर्जी खातों के जरिए निजी शिक्षण संस्थान डकार गए.