शिमला: आईपीएस अफसर और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रधान सचिव संजय कुंडू हिमाचल प्रदेश के नए डीजीपी बने हैं. हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी एसआर मरडी के 30 मई को सेवानिवृत्त होने के बाद संजय कुंडू को नया डीजीपी बनाया गया है. कुंडू ने शनिवार शाम को डीजीपी का कार्यभार संभाल लिया है.
संजय कुंडू संभाल चुके हैं कई अहम पद
31 मई को रविवार होने की वजह से शनिवार 30 मई को ही एसआर मरडी सेवानिवृत्त हुए हैं. इसके बाद संजय कुंडू को डीजीपी का चार्ज दिया गया है. संजय कुंडू 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वहीं, संजय कुंडू जयराम सरकार के काबिल अधिकारी के तौर पर जाने जाते हैं. जयराम सरकार में संजय कुंडू कई अहम पद संभाल चुके हैं. कुंडू के पास सीएम के प्रिंसिपल सचिव और दिल्ली रेजिडेंट कमिश्नर का कार्यभार भी था.
संजय कुंडू का कई बड़े आपराधिक मामले सुलझाने में सफल योगदान रहा है. कुल्लू में मंदिर से मूर्ति चोरी मामले में इन्होंने नेपाल से आरोपी को पकड़ा था. बता दें कि जयराम सरकार उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से राज्य में लाई थी. उन्हें सीएम कार्यालय में अहम जिम्मेदारी दी गई. कुंडू बेशक आईपीएस अधिकारी हैं, लेकिन सीएम जयराम ठाकुर की पसंद होने के कारण वे सरकार में प्रशासनिक स्तर पर भी अहम भूमिका में रहे.
पैनल में शामिल थे चार नाम
मंत्री के बेहद करीबी माने जाने वाले संजय कुंडू का नाम पैनल में शामिल चार अधिकारियों की सूची में रखा गया था. बता दें कि डीजीपी पद के लिए कुल चार अधिकारियों के नाम पैनल में थे, जिन्हें लेकर दिल्ली में चर्चा हुई. इसमें सोमेश गोयल, संजीव रंजन ओझा, तपन कुमार, संजय कुंडू शामिल थे. मौजूदा समय में संजय कुंडू 1989 बैच के आईपीएस अफसर हैं.
वहीं, सोमेश गोयल सीनियोरिटी में सबसे आगे हैं. गोयल 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. सोमेश गोयल पहले भी डीजीपी रहे हैं. कोटखाई में छात्रा से दुष्कर्म व हत्या के मामले से निपटने के तरीके ने उनकी छवि पर दाग लगाया था. बाद में सरकार ने उन्हें हटाकर सीताराम मरडी को डीजीपी बनाया था. वहीं, तपन डेका 1988 व एसआर ओझा 1989 बैच के अधिकारी हैं. डेका इस समय एडीजी एसएसबी के पद पर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और ओझा बीएसएफ के आईजी हैं.