शिमला: जिला शिमला के रोहड़ू को अब अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय की सुविधा मिल गई है. हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश (एसीजेआई)न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान ने मंगलवार को रोहड़ू में इस सुविधा का शुभारंभ किया. उन्होंने इस अवसर पर कहा कि अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायालय से इलाके की 35 साल पुरानी मांग पूरी हुई है. न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान ने इसके अलावा ठियोग में 90 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित लिटिगेंट शेड का भी लोकार्पण किया.
जनता को होगा लाभ: अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय रोहड़ू के शुभारंभ अवसर पर न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान ने कहा कि रोहड़ू, चिडग़ांव, जुब्बल और जिला शिमला के दूरदराज तथा दुर्गम क्षेत्र डोडरा-क्वार की जनता को इससे काफी लाभ होगा. इस इलाके की हजारों की जनता की ये बरसों पुरानी मांग थी. जनता को इस न्यायालय की सुविधा मिलने पर न्यायमूर्ति चौहान ने इस परियोजना से संबंधित सभी लोगों के सहयोग को याद किया. उन्होंने कहा कि रोहड़ू में नए न्यायालय परिसर के निर्माण के लिए भी आगामी प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है.
रोहड़ू के बाद हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ठियोग पहुंचे.यहां उन्होंने लिटिगेंट शेड का लोकार्पण किया और कहा कहा कि ठियोग में न्यायालय के कामकाज के लिए आने वाले लोगों को लिटिगेंट शेड के कारण अब सुविधा होगी. लिटिगेंट्स शेड भवन के निर्माण से अब लोगों के विभिन्न मामलों को व्यवस्थित तरीके से अदालत के समक्ष पेश करने की सुविधा होगी. इसके साथ लोगों के बैठने का भी लिटिगेंट शेड में पूरा इंतजाम होगा.
अपने पेशे में कड़ी मेहनत करें: ठियोग में उपस्थिति युवा अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति चौहान ने कहा कि वे अपने पेशे में कड़ी मेहनत से काम करें. उन्होंने युवा अधिवक्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया और कहा कि अनुशासन में ढल कर ही कामयाबी मिलती है. इस अवसर पर हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुशील कुकरेजा, न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह सहित उपमंडल स्तरीय न्यायालयों के न्यायिक अधिकारी, न्यायपालिका से जुड़े हुए वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.
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