शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में रोगी कल्याण समिति की बैठक का आयोजन किया गया. उपायुक्त आदित्य नेगी की अध्यक्षता में यह बैठक हुई. जिसमें रोगी कल्याण समिति के 1 करोड़ 98 लाख रूपये के बजट को मंजूरी मिल गई. वहीं, रोगी कल्याण समिति ने खून जांच, बायोकेमिस्ट्री और पैथोलॉजी में यूजर शुल्क को आईजीएमसी शिमला के तर्ज पर बढ़ाने का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों के समक्ष रखने का फैसला लिया. इस दौरान शिमला से विधायक हरीश जनारथा भी मौजूद रहे.
रोगी कल्याण समिति की बैठक में उपायुक्त आदित्य नेगी ने अधिकारियों से 2021-2022 के लेखापरीक्षित खर्च पर चर्चा की और वित्तीय वर्ष 2023-24 की आमदनी और खर्च पर गहनता से विचार विमर्श किया. साथ ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. वहीं, विधायक हरीश जनारथा ने भी अस्पताल परिसर में चल रहे मिल्क फेड बूथ, एटीएम, एचपीएमसी बूथ व कैंटीन संबंधित मामलों पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने व्यावसायिक गतिविधियों से आय अर्जित करने पर बल दिया. ताकि रोगियों को सुविधा उपलब्ध हो सके.
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार लोगों को आधुनिक उपकरणों द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है. निर्धन एवं उपेक्षित वर्गों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास कर रही है. वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लोकेंद्र शर्मा ने बैठक का संचालन किया और रोगी कल्याण समिति की गतिविधियों का विस्तृत ब्यौरा दिया.
बैठक में महापौर नगर निगम शिमला सुरेंद्र चौहान, स्थानीय पार्षद सुषमा कुठियाला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला डॉ. सुरेखा चोपड़ा, जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पॉल शर्मा सहित अन्य डॉक्टर और कर्मचारी उपस्थित रहे.
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