शिमला: राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिट्ज थियेटर की सिंगल विंडो स्क्रीन पर अब लोग फिल्में देखने का मजा नहीं उठा पाएंगे. 83 साल पुराने इस थियेटर को अब हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है.
फिल्में देखने के लिए लोगों की लगती थी भीड़
रिट्ज थियेटर में फिल्में देखने के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों की भीड़ लगती थी, लेकिन कोविड काल में शिमला का यह सबसे पुराना थियेटर आर्थिक मंदी की भेंट चढ़ गया, जिसके चलते इस थियेटर के मालिक ने इसे बंद करने का फैसला ले लिया है.
नुकसान के चलते थियेटर को बंद करने का फैसला
यहां रिज मैदान और माल रोड पर घूमने आने वाले युवा भी दोस्तों के साथ फिल्में देखने का प्लान बना कर रिट्ज थियेटर पहुंच जाया करते थे लेकिन अब थियेटर के बंद होने के बाद यह सब नहीं हो पाएगा. कोविड के दौरान आर्थिक मंदी की मार फिल्म उद्योग पर पड़ी. इस दौरान कोई भी फिल्म बड़े पर्दे पर रिलीज ही नहीं हुई. सभी फिल्में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ही रिलीज हुई, जिससे थियेटर मालिकों को नुकसान उठाना पड़ा. इसी नुकसान को देखते हुए अब इस थियेटर को बंद करने का फैसला लिया गया है.
कई लोग हुए बेरोजगार
रिट्ज थियेटर के बंद होने से यहां काम करने वाले लोग भी बेरोजगार हो गए हैं. कई लोग तो यहां साल 1970 से काम कर रहे थे, लेकिन कोरोना काल में थियेटर को चलाना मुश्किल हो गया. ऐसे में कर्मचारियों को सैलरी देने में भी मालिकों को कई दिक्कतें पेश आईं.
1938 में लॉर्ड एलफिंस्टन ने करवाया था निर्माण
शिमला में रिट्ज थियेटर को वर्ष 1938 में ब्रिटिश सरकार से जुड़े लॉर्ड एलफिंस्टन ने खोला था. लॉर्ड एलफिंस्टन ब्रिटिश सरकार से जुड़े थे. बाद में वे मुंबई के गवर्नर भी रहे. इसके बाद इस थियेटर के मालिक एस. देसाई हुए और उन्होंने इसका नाम न्यू एंपायर रखा. इनके बाद यह थियेटर 1948 में लाला जगत नारायण ने लिया. उन्होंने इस थियेटर का नाम रिट्ज सिनेमा रखा और आज इस थियेटर को रेट्स सिने प्लेक्स के नाम से जाना जाता है.
कई मशहूर हस्तियां देख चुकीं हैं फिल्में
बीते करीब 8 दशक में ये सिनेमा हॉल कई वीआईपी और वीवीआईपी की मेजबानी कर चुका है. 1972 में शिमला समझौते के लिए अपने पिता जुल्फिकार अली भुट्टो के साथ पहुंची पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो ने पाकिस्तानी डेलिगेशन के साथ रिट्ज में 'पाकीजा' फिल्म देखी थी. इसके अलावा हिमाचल के पहले सीएम डॉ. वाई एस परमार, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह, शांता कुमार और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी यहां फिल्में देखने के लिए आते रहे हैं.
कुल मिलाकर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर खड़ी ये इमारत अपने में एक इतिहास समेटे हुए हैं, लेकिन अब ये सिनेमा हॉल खुद इतिहास बनने को है..
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