शिमलाः समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोविड के मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाने और वापस घर लाने के लिए सुचारू यातायात सुविधा सुनिश्चित करने के आदेश दिए. उन्होंने कहा कि कोविड-19 मरीज एवं एम्बुलेंस प्रबन्धन समिति को आदेश दिए कि मरीजों की उचित अंतर जिला आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए निजी वाहनों का भी उपयोग किया जा सकता है जिसमें मरीज और चालक को पारदर्शी शील्ड के उपयोग से अलग-अलग रखा जा सकता है.
उन्होंने समिति को निर्देश दिए कि मरीजों के लक्षणों का विश्लेषण करने के उपरांत उपयुक्त स्वास्थ्य संस्थान तक मरीज को पहुंचाने के साथ-साथ मरीज की अंतर जिला या अंतर संस्थान आवाजाही के बारे में निर्णय लें. उन्होंने कहा कि समिति आवश्यक दवाइयों के प्रापण व आवाजाही पर भी निर्णय ले और कोविड समर्पित संस्थान में दवा की कमी न आने दें.
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान हाल ही में गठित सभी समितियों को और प्रतिबद्धता, समन्वय और समर्पण भाव के साथ कार्य करना चाहिए ताकि प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में सफलता प्राप्त की जा सके. मुख्यमंत्री ने लाॅजिस्टिक समिति को सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की उपलब्धता की प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने के साथ-साथ समय पर ऑक्सीजन सिलेंडरों के ऑर्डर देने के निर्देश दिए.
'सिलेंडरों को समय पर भेजने का निर्णय भी लें'
उन्होंने कहा कि समिति अन्तर जिला व अन्तर संस्थान दोनों जगह आवश्यकता व मरीजों की संख्या के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडरों को समय पर भेजने का निर्णय भी लें. समिति यह भी सुनिश्चित करें कि पीएसए प्लांट तुरन्त कार्यशील बनाए जाएं. उन्होंने कहा कि विभिन्न स्तरों पर अतिरिक्त बिस्तर क्षमता को सृजित करने के लिए प्रभावी योजना बनाई जाए.
'रोगियों को शीघ्र अस्पताल में दाखिल किया जाए'
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन के उत्पादन में वृद्धि लाने के साथ नए ऑक्सीजन प्लांट के कार्य में तेजी लाने के प्रयास किए जाएं. सभी ऑक्सीजन प्लांट में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, ताकि उत्पादन प्रक्रिया सरल बनाई जा सके. उन्होंने कहा कि मृत्यु दर को कम करने के लिए होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों को शीघ्र अस्पताल में दाखिल किया जाए.
मुख्यमंत्री ने काॅरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व समिति को प्रदेश के काॅरपोरेट घरानों को एचपी एसडीएमए कोविड-19 निधि में उदारता से योगदान देने और इस महामारी से लड़ने में प्रदेश की सहायता करने में योगदान करने के प्रति प्रेरित के लिए कहा.
उन्होंने कहा कि समिति सभी सम्भावित योगदान दाताओं और औद्योगिक संघों के साथ निधि में उदारता से योगदान देने के लिए समन्वय स्थापित करें. प्रदेश में सभी स्वास्थ्य संस्थानों के साथ प्रभावी संपर्क बनाए जाएं, ताकि संसाधनों के उपयोग और उन्हें जुटाने में आने वाली समस्याओं का पता लगाया जा सके और दान की गई वस्तुओं को उचित उद्देश्य के लिए प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों तक पहुंचाया जा सके.
शिमला के इंडस अस्पताल और सेना अस्पताल का दौरा
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने शिमला के इंडस अस्पताल और सेना अस्पताल का दौरा किया, ताकि इन अस्पतालों में कोविड के मरीजों के इलाज के लिए संभावनाएं तलाशी जा सकें. उन्होंने आरट्रेक के लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला और इंडस अस्पताल के डाॅ. बालकराम वर्मा से चर्चा की. उन्होंने टूटीकंडी स्थित आईएसबीटी पार्किंग का दौरा किया ताकि इसकी ऊपरी मंजिल को मेक शिफ्ट कोविड अस्पताल की तरह उपयोग करने की संभावनाएं तलाशी जा सकें.
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