शिमला: राजधानी शिमला में ऐतिहासिक रिज मैदान का भार उठा रहे पेयजल टैंक में दिनों-दिन दरारें बढ़ रही हैं. टैंक को बचाने के लिए शिमला जल प्रंबंधन कंपनी पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के एक्सपर्ट की मदद लेने जा रही है . इसी के चलते वीरवार को महापौर समेत नगर निगम के अधिकारियों ने टेंक का जायजा लिया.
नगर निगम ने रिज मैदान के नीचे बने पानी के टैंक को बचाने की कवायद शुरू की है. इसके लिए टैंक के री-स्टोरेशन वर्क के लिए पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के एक्सपर्ट की मदद लेने का फैसला किया गया है.
ऐतिहासिक रिज मैदान के नीचे पूरे शिमला शहर को जलापूर्ति करने वाला ब्रिटिशकालीन वाटर स्टोरेज टैंक है. इस टैके में 45 लाख लीटर पानी स्टोर करने की क्षमता है. ऐसे में रिज पर बढ़ती दरारों से वाटर टैंक को भी खतरा हो सकता है. अब शिमला जल प्रंबंधन कंपनी टैंक को बचाने की कवायद में जुट गई है ताकि समय रहते इसकी दरारों को बढ़ने से रोका जा सके. हांलाकि कंपनी का दावा है कि रिज टैंक की दरारों का समय रहते री-स्टोरेशन वर्क पूरा कर लिया जाएगा.