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मणिकर्ण में सैलानियों के हुड़दंग पर हाई कोर्ट में रिपोर्ट पेश, जांच में सही साबित हुई मीडिया रिपोर्ट्स - Himachal High Court

हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में पंजाब से आए कुछ सैलानियों द्वारा मचाई गई हुड़दंग मामले की मीडिया रिपोर्ट्स को हिमाचल हाईकोर्ट ने जांच में सही पाया है. इसको लेकर एक रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश की गई थी.

मणिकर्ण में सैलानियों के हुड़दंग पर हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश.
मणिकर्ण में सैलानियों के हुड़दंग पर हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश.
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Published : Mar 13, 2023, 9:28 PM IST

Updated : Mar 13, 2023, 10:10 PM IST

शिमला: कुल्लू जिले के मणिकर्ण में पंजाब से आए सैलानियों ने दंगे जैसी स्थिति पैदा कर दी थी. हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने इस हुड़दंग को लेकर अदालत में रिपोर्ट पेश की. पुलिस विभाग की जांच में मीडिया रिपोर्ट्स सही साबित हुई हैं. सरकार ने अदालत ने स्वीकार किया कि हुड़दंगियों ने मणिकर्ण में मंदिर, घरों व दुकानों के साथ-साथ वाहनों में भी तोडफ़ोड़ की है. इससे इलाके में दस लाख रुपए तक का नुकसान हुआ है.

सरकार की रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद हाईकोर्ट ने फिर से ताजा स्टेट्स रिपोर्ट्स तलब की है. अदालत की सख्ती के बाद पुलिस ने आनन-फानन में एसआईटी का गठन किया था. सेंट्रल रेंज के डीआईजी मधुसूदन एसआईटी के मुखिया बनाए गए हैं. सोमवार को हाईकोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना व न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई की. सरकार ने खंडपीठ के समक्ष स्टेट्स रिपोर्ट पेश की.

रिपोर्ट में सरकार की तरफ से अदालत को अवगत करवाया गया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. मणिकर्ण आने वाले सभी वाहनों की तलाशी ली जा रही है. शांति बनाए रखने के लिए बटालियन के जवानों को तैनात किया गया है. कुल्लू के एसपी, एएसपी व डीएसपी को निगरानी के लिए तैनात किया गया है. राज्य सरकार ने मणिकर्ण और कसोल में हुड़दंगियों से निपटने के लिए अदालत के समक्ष सुझाव भी पेश किए हैं.

थाना खोलने का सुझाव- रिपोर्ट में मणिकर्ण में पुलिस के कम से कम चालीस कर्मचारियों व अधिकारियों के अमले के साथ पुलिस थाना खोलने का सुझाव दिया गया है. अदालत को बताया गया कि अब मणिकर्ण और कसोल में हुड़दंगियों पर सीसीटीवी की पैनी नजर रहेगी. सरकार ने संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए 10 लाख रूपये की राशि मंजूर की है. हाथीथान-भुंतर और सुमा रोपा में 24 घंटे नाकाबंदी के आदेश दिए गए हैं.

क्या है पूरा मामला- हिमाचल हाईकोर्ट ने 6 व 7 मार्च को मीडिया में आई हुड़दंग व तोडफ़ोड़ की खबरों पर संज्ञान लिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाबी पर्यटकों ने रविवार 5 मार्च की दोपहर को मनाली के ग्रीन टैक्स बैरियर पर हंगामा किया. बैरियर पर पंजाब से आए सैलानी वहां श्रमिकों से बहसबाजी करने लगे और करीब 100 मोटरसाइकिल सवार सड़क पर जमा होकर नारेबाजी करने लगे. हंगामे के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई.

हाईकोर्ट ने पाया कि मोटरसाइकिल पर खालिस्तान का झंडा भी फहराया गया था और पुलिस को कार्रवाई करते देख बाइक सवार युवा ने झंडा हटा दिया. मीडिया के माध्यम से हाईकोर्ट के समक्ष ये जानकारी आई कि एसडीएम मनाली ने मौके पर पहुंचकर पुलिस कर्मियों की मदद से स्थिति पर काबू पाया. फिर सात मार्च को पंजाब के पर्यटकों ने मणिकर्ण में फिर से उत्पात मचाया. हुड़दंगियों ने 6 मार्च की रात को मणिकर्ण में दंगे जैसी स्थिति पैदा कर दी.

पंजाब के 100 से अधिक हुड़दंगी पर्यटकों ने अपने हाथों में झंडे लेकर हंगामा किया. कुछ पर्यटकों ने शराब भी पी थी. बीयर की बोतलें नैना माता मंदिर की दिशा में सड़क पर फैंकी गई और धार्मिक स्थान की मर्यादा भंग की गई. हंगामे के बीच स्थानीय निवासियों के हस्तक्षेप के बाद उत्पाती सैलानियों ने तोड़फोड़ मचाते हुए मंदिरों, घरों सहित कई वाहनों में लोहे की रॉड से उपद्रव मचाया. पर्यटकों ने रास्ते में जो भी देखा उसकी पिटाई कर दी और दहशत का माहौल पैदा कर दिया.

स्थानीय लडक़े के विरोध करने पर करने पर उन्होंने बीयर की बोतल से उसके सिर पर वार किया और रॉड से भी मारपीट की. हाईकोर्ट में मीडिया के माध्यम से जानकारी आई कि हुड़दंगी जबरन एक ढाबे में घुस गए और वहां बदतमीजी की. इस अप्रिय घटना में पांच लोगों के घायल होने से स्थानीय निवासियों में और भय पैदा हो गया. स्थानीय निवासियों ने इन पर्यटकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उनकी पहचान कर उन्हें पकड़ने की मांग की.

फिर सात मार्च को मीडिया की खबरों के अनुसार मणिकर्ण में हंगामे के बाद पंजाब के ही हुड़दंगी युवा सैकड़ों की संख्या में बिलासपुर के गरमोड़ा में जुटे और अव्यवस्था फैलाई. साथ ही मणिकर्ण जाने और वापस आने वाले बाइक सवार चंडीगढ़ मनाली एनएच पर गरमोड़ा में एकत्र हुए और देर तक हाईवे बंद रखा. सोशल मीडिया पर भी स्थानीय लोगों ने हुड़दंगियों के वीडियो पोस्ट किए थे. मीडिया रिपोर्ट्स पर हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया था. अब सरकार से फिर से ताजा स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है.

ये भी पढ़ें: रेणुकाजी डैम प्रोजेक्ट मुआवजा घोटाले की धीमी जांच पर हाई कोर्ट सख्त, SP सिरमौर को किया तलब

शिमला: कुल्लू जिले के मणिकर्ण में पंजाब से आए सैलानियों ने दंगे जैसी स्थिति पैदा कर दी थी. हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने इस हुड़दंग को लेकर अदालत में रिपोर्ट पेश की. पुलिस विभाग की जांच में मीडिया रिपोर्ट्स सही साबित हुई हैं. सरकार ने अदालत ने स्वीकार किया कि हुड़दंगियों ने मणिकर्ण में मंदिर, घरों व दुकानों के साथ-साथ वाहनों में भी तोडफ़ोड़ की है. इससे इलाके में दस लाख रुपए तक का नुकसान हुआ है.

सरकार की रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद हाईकोर्ट ने फिर से ताजा स्टेट्स रिपोर्ट्स तलब की है. अदालत की सख्ती के बाद पुलिस ने आनन-फानन में एसआईटी का गठन किया था. सेंट्रल रेंज के डीआईजी मधुसूदन एसआईटी के मुखिया बनाए गए हैं. सोमवार को हाईकोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना व न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई की. सरकार ने खंडपीठ के समक्ष स्टेट्स रिपोर्ट पेश की.

रिपोर्ट में सरकार की तरफ से अदालत को अवगत करवाया गया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. मणिकर्ण आने वाले सभी वाहनों की तलाशी ली जा रही है. शांति बनाए रखने के लिए बटालियन के जवानों को तैनात किया गया है. कुल्लू के एसपी, एएसपी व डीएसपी को निगरानी के लिए तैनात किया गया है. राज्य सरकार ने मणिकर्ण और कसोल में हुड़दंगियों से निपटने के लिए अदालत के समक्ष सुझाव भी पेश किए हैं.

थाना खोलने का सुझाव- रिपोर्ट में मणिकर्ण में पुलिस के कम से कम चालीस कर्मचारियों व अधिकारियों के अमले के साथ पुलिस थाना खोलने का सुझाव दिया गया है. अदालत को बताया गया कि अब मणिकर्ण और कसोल में हुड़दंगियों पर सीसीटीवी की पैनी नजर रहेगी. सरकार ने संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए 10 लाख रूपये की राशि मंजूर की है. हाथीथान-भुंतर और सुमा रोपा में 24 घंटे नाकाबंदी के आदेश दिए गए हैं.

क्या है पूरा मामला- हिमाचल हाईकोर्ट ने 6 व 7 मार्च को मीडिया में आई हुड़दंग व तोडफ़ोड़ की खबरों पर संज्ञान लिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाबी पर्यटकों ने रविवार 5 मार्च की दोपहर को मनाली के ग्रीन टैक्स बैरियर पर हंगामा किया. बैरियर पर पंजाब से आए सैलानी वहां श्रमिकों से बहसबाजी करने लगे और करीब 100 मोटरसाइकिल सवार सड़क पर जमा होकर नारेबाजी करने लगे. हंगामे के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई.

हाईकोर्ट ने पाया कि मोटरसाइकिल पर खालिस्तान का झंडा भी फहराया गया था और पुलिस को कार्रवाई करते देख बाइक सवार युवा ने झंडा हटा दिया. मीडिया के माध्यम से हाईकोर्ट के समक्ष ये जानकारी आई कि एसडीएम मनाली ने मौके पर पहुंचकर पुलिस कर्मियों की मदद से स्थिति पर काबू पाया. फिर सात मार्च को पंजाब के पर्यटकों ने मणिकर्ण में फिर से उत्पात मचाया. हुड़दंगियों ने 6 मार्च की रात को मणिकर्ण में दंगे जैसी स्थिति पैदा कर दी.

पंजाब के 100 से अधिक हुड़दंगी पर्यटकों ने अपने हाथों में झंडे लेकर हंगामा किया. कुछ पर्यटकों ने शराब भी पी थी. बीयर की बोतलें नैना माता मंदिर की दिशा में सड़क पर फैंकी गई और धार्मिक स्थान की मर्यादा भंग की गई. हंगामे के बीच स्थानीय निवासियों के हस्तक्षेप के बाद उत्पाती सैलानियों ने तोड़फोड़ मचाते हुए मंदिरों, घरों सहित कई वाहनों में लोहे की रॉड से उपद्रव मचाया. पर्यटकों ने रास्ते में जो भी देखा उसकी पिटाई कर दी और दहशत का माहौल पैदा कर दिया.

स्थानीय लडक़े के विरोध करने पर करने पर उन्होंने बीयर की बोतल से उसके सिर पर वार किया और रॉड से भी मारपीट की. हाईकोर्ट में मीडिया के माध्यम से जानकारी आई कि हुड़दंगी जबरन एक ढाबे में घुस गए और वहां बदतमीजी की. इस अप्रिय घटना में पांच लोगों के घायल होने से स्थानीय निवासियों में और भय पैदा हो गया. स्थानीय निवासियों ने इन पर्यटकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उनकी पहचान कर उन्हें पकड़ने की मांग की.

फिर सात मार्च को मीडिया की खबरों के अनुसार मणिकर्ण में हंगामे के बाद पंजाब के ही हुड़दंगी युवा सैकड़ों की संख्या में बिलासपुर के गरमोड़ा में जुटे और अव्यवस्था फैलाई. साथ ही मणिकर्ण जाने और वापस आने वाले बाइक सवार चंडीगढ़ मनाली एनएच पर गरमोड़ा में एकत्र हुए और देर तक हाईवे बंद रखा. सोशल मीडिया पर भी स्थानीय लोगों ने हुड़दंगियों के वीडियो पोस्ट किए थे. मीडिया रिपोर्ट्स पर हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया था. अब सरकार से फिर से ताजा स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है.

ये भी पढ़ें: रेणुकाजी डैम प्रोजेक्ट मुआवजा घोटाले की धीमी जांच पर हाई कोर्ट सख्त, SP सिरमौर को किया तलब

Last Updated : Mar 13, 2023, 10:10 PM IST
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