शिमला: विलुप्त होते चीड़ फिजेंट के संरक्षण व प्रजनन में प्रदेश का वन्य प्राणी प्रभाग, (वन विभाग) जुटा हुआ है, जिसके अंतर्गत विभाग की ओर से इस चैहड़ पक्षी का संरक्षण व प्रजनन चायल में खड़ियून पक्षी चिड़ियाघर में किया गया है. विलुप्त होते इस चीड़ फिजेंट को मुख्यमंत्री द्वारा सेरी गांव में 3 अक्तूबर, 2019 छोड़ा जाना है. चीड़ फिजेंट के पुनर्स्थापना समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर करेंगे.
इस समारोह में वन, परिवहन, खेल एवं युवा सेवाएं मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहेंगे. यह पुनर्स्थापना समारोह शिमला के सेरी गांव में 12 बजे वन्य प्राणी प्रभाग, वन विभाग, हिमाचल प्रदेश के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन) और प्रधान मुख्य अरण्यपाल भी शामिल रहेंगे.
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) की सूची में दर्ज चीड़ फिजेंट एक ऐसा हिमालयी फिजेंट है, जिसका अस्तित्व संकट में है. ये पक्षी भारत और पाकिस्तान के हिमालयी क्षेत्र व पूर्व में नेपाल तक छोटे-छोटे खंडित क्षेत्रों में पाए जाते हैं. वनों में बार-बार आग लगने की घटनाओं, अंधाधुंध शिकार होने के कारणों से चीड़ पक्षी के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.
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