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अस्थाई तौर पर स्वास्थ्य विभाग में होंगी भर्तियां, विभिन्न श्रेणियों में भरे जाएंगे 294 पद: CM - हिमाचल में कोरोना संक्रमण

कोविड-19 के संक्रमण को रोकने और महामारी से निपटने के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों, शिमला और धर्मशाला के जोनल अस्पतालों और नागरिक अस्पतालों रोहड़ू और रामपुर को प्राधिकृत सेवा प्रदाता एजेंसियों के माध्यम से आउटसोर्स आधार पर अस्थाई तौर पर विभिन्न श्रेणियों के पदों को भरने के लिए अधिकृत किया है.

सीएम जयराम
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Published : Nov 25, 2020, 10:02 PM IST

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने और महामारी से निपटने के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों, शिमला और धर्मशाला के जोनल अस्पतालों और नागरिक अस्पतालों रोहड़ू और रामपुर को प्राधिकृत सेवा प्रदाता एजेंसियों के माध्यम से आउटसोर्स आधार पर अस्थाई तौर पर विभिन्न श्रेणियों के पदों को भरने के लिए अधिकृत किया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्थाई तौर पर श्रमशक्ति तैनात करने के लिए 31 मार्च, 2021 तक का समय निर्धारित किया गया है. सीएम ने पठानकोट से स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक की अध्यक्षता के दौरान ये बात कही.

सीएम ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों और चयनित अस्पतालों के नियंत्रक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस दिशा में तत्काल कदम उठाएं और सरकार को तीन दिनों के भीतर अनुपालना रिपोर्ट भेजें. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड की स्थिति से प्रभावी रूप से निपटने के लिए पर्याप्त श्रमशक्ति की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है.

प्रदेश के अस्पतालों में 130 नर्सों, 75 लैब टेक्नीशियनों, 79 चतुर्थ श्रेणी और10 डेटा एंट्री ऑपरेटर्स को अस्थायी रूप तौर पर आउटसोर्स आधार पर भर्ती किया जाएगा. इनमें से 15 नर्सों, 15 लैब टेक्नीशियन, 15 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर को आईजीएमसी शिमला में तैनात किया जाएगा.

इसी प्रकार15 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन,12 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर को डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा, 15 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन, 12 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर की लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल कॉलेज, नेरचौक में भर्ती किया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. जवाहर लाल नेहरू राजकीय मेडिकल कॉलेज, चंबा में 10 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन, 10 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर को तैनात किया जाएगा. डॉ. राधाकृष्णन राजकीय सरकारी मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में 10 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन, 5 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर भर्ती किए जाएंगे.

वहीं, डॉ. वाई.एस परमार राजकीय मेकिल कॉलेज, नाहन में 10 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन, 5 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डाटा एंट्री ऑपरेटर की तैनाती की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड-19 की स्थिति से और बेहतर तरीके से निपटने के लिए दीन दयाल उपाध्याय जोनल अस्पताल शिमला, श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक, जोनल अस्पताल धर्मशाला और पं. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चम्बा में अस्थाई तौर पर पांच-पांच चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती की है.

इन चिकित्सकों को उन विभिन्न स्थानों से स्थानांतरित किया गया है जहां पर निर्धारित मापदंडों से अधिक संख्या में चिकित्सक तैनात हैं. स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि इन सभी पदों पर अस्थाई तौर पर नियुक्तियां सुनिश्चित की जाएंगी.

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने और महामारी से निपटने के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों, शिमला और धर्मशाला के जोनल अस्पतालों और नागरिक अस्पतालों रोहड़ू और रामपुर को प्राधिकृत सेवा प्रदाता एजेंसियों के माध्यम से आउटसोर्स आधार पर अस्थाई तौर पर विभिन्न श्रेणियों के पदों को भरने के लिए अधिकृत किया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्थाई तौर पर श्रमशक्ति तैनात करने के लिए 31 मार्च, 2021 तक का समय निर्धारित किया गया है. सीएम ने पठानकोट से स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक की अध्यक्षता के दौरान ये बात कही.

सीएम ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों और चयनित अस्पतालों के नियंत्रक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस दिशा में तत्काल कदम उठाएं और सरकार को तीन दिनों के भीतर अनुपालना रिपोर्ट भेजें. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड की स्थिति से प्रभावी रूप से निपटने के लिए पर्याप्त श्रमशक्ति की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है.

प्रदेश के अस्पतालों में 130 नर्सों, 75 लैब टेक्नीशियनों, 79 चतुर्थ श्रेणी और10 डेटा एंट्री ऑपरेटर्स को अस्थायी रूप तौर पर आउटसोर्स आधार पर भर्ती किया जाएगा. इनमें से 15 नर्सों, 15 लैब टेक्नीशियन, 15 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर को आईजीएमसी शिमला में तैनात किया जाएगा.

इसी प्रकार15 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन,12 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर को डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा, 15 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन, 12 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर की लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल कॉलेज, नेरचौक में भर्ती किया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. जवाहर लाल नेहरू राजकीय मेडिकल कॉलेज, चंबा में 10 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन, 10 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर को तैनात किया जाएगा. डॉ. राधाकृष्णन राजकीय सरकारी मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में 10 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन, 5 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डेटा एंट्री ऑपरेटर भर्ती किए जाएंगे.

वहीं, डॉ. वाई.एस परमार राजकीय मेकिल कॉलेज, नाहन में 10 नर्सों, 10 लैब टेक्नीशियन, 5 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और एक डाटा एंट्री ऑपरेटर की तैनाती की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड-19 की स्थिति से और बेहतर तरीके से निपटने के लिए दीन दयाल उपाध्याय जोनल अस्पताल शिमला, श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक, जोनल अस्पताल धर्मशाला और पं. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चम्बा में अस्थाई तौर पर पांच-पांच चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती की है.

इन चिकित्सकों को उन विभिन्न स्थानों से स्थानांतरित किया गया है जहां पर निर्धारित मापदंडों से अधिक संख्या में चिकित्सक तैनात हैं. स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि इन सभी पदों पर अस्थाई तौर पर नियुक्तियां सुनिश्चित की जाएंगी.

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