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माननीयों के लिए 'भीख' मांगकर जुटाए 2518 रुपये, सरकार ने लौटाए - Ravi Kumar collected money by begging

विधानसभा सत्र के दौरान माननीयों के यात्रा भत्ते में बढ़ोतरी को मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश भर में इसका विरोध हुआ था. इस दौरान रवि कुमार ने शिमला शहर में सांकेतिक रूप से भीख मांगकर 2 हजार 518 रुपये इक्ट्ठे किये थे. इसके बाद मुख्यमंत्री एमएलए फंड के नाम चैक बनाकर राजभवन को भेजा था. इस चेक को राजभवन से सचिवालय भेजा तो वहां से अतिरिक्त मुख्य सचिव जन शिकायत निवारण ने इसे यह कहकर लौटा दिया है कि इस तरह का फंड यहां मौजूद नहीं है

Ravi Kumar collected money by begging for mla
रवि कुमार ने माननीयों के लिए भीख मांग कर पैसा इकट्ठा किया
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Published : Dec 6, 2019, 9:43 AM IST

शिमला: विधानसभा सत्र के दौरान माननीयों के यात्रा भत्ते में बढ़ोतरी को मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश भर में इसका विरोध हुआ था. इस दौरान रवि कुमार ने शिमला शहर में सांकेतिक रूप से भीख मांगकर 2 हजार 518 रुपये इक्ट्ठे किये थे. इसके बाद मुख्यमंत्री एमएलए फंड के नाम चेक बनाकर राजभवन को भेजा था. इस चेक को राजभवन से सचिवालय भेजा तो वहां से अतिरिक्त मुख्य सचिव जन शिकायत निवारण ने इसे यह कहकर लौटा दिया है कि इस तरह का फंड यहां मौजूद नहीं है. अब रवि कुमार ने इस चैक को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने का फैसला लिया है.

दरअसल पिछले मानसून सत्र में विधानसभा में मंत्रियों और विधायकों का मुफ्त यात्रा भत्ता बढ़ाने का बिल पारित हुआ था. यात्रा भत्ता की सालाना सीमा को दो से बढ़ाकर चार लाख रुपये किया गया था, जिसका चारों तरफ भारी विरोध किया गया.

वीडियो रिपोर्ट

इसके बाद लोगों के बीच उतरकर एक-एक रुपये इकट्ठा किए गए. इस बारे में एक ड्राफ्ट तैयार कर इसे राजभवन शिमला में जमा करवाया गया. इस ड्राफ्ट को मुख्यमंत्री एमएलए रिलीफ फंड नाम से बनाया गया.

ये भी पढ़ें: लाहौल-स्पीति में बर्फबारी के बाद बिगड़े हालात, कांग्रेस पूर्व विधायक ने सरकार से उठाई ये मांग

शिमला: विधानसभा सत्र के दौरान माननीयों के यात्रा भत्ते में बढ़ोतरी को मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश भर में इसका विरोध हुआ था. इस दौरान रवि कुमार ने शिमला शहर में सांकेतिक रूप से भीख मांगकर 2 हजार 518 रुपये इक्ट्ठे किये थे. इसके बाद मुख्यमंत्री एमएलए फंड के नाम चेक बनाकर राजभवन को भेजा था. इस चेक को राजभवन से सचिवालय भेजा तो वहां से अतिरिक्त मुख्य सचिव जन शिकायत निवारण ने इसे यह कहकर लौटा दिया है कि इस तरह का फंड यहां मौजूद नहीं है. अब रवि कुमार ने इस चैक को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने का फैसला लिया है.

दरअसल पिछले मानसून सत्र में विधानसभा में मंत्रियों और विधायकों का मुफ्त यात्रा भत्ता बढ़ाने का बिल पारित हुआ था. यात्रा भत्ता की सालाना सीमा को दो से बढ़ाकर चार लाख रुपये किया गया था, जिसका चारों तरफ भारी विरोध किया गया.

वीडियो रिपोर्ट

इसके बाद लोगों के बीच उतरकर एक-एक रुपये इकट्ठा किए गए. इस बारे में एक ड्राफ्ट तैयार कर इसे राजभवन शिमला में जमा करवाया गया. इस ड्राफ्ट को मुख्यमंत्री एमएलए रिलीफ फंड नाम से बनाया गया.

ये भी पढ़ें: लाहौल-स्पीति में बर्फबारी के बाद बिगड़े हालात, कांग्रेस पूर्व विधायक ने सरकार से उठाई ये मांग

Intro:माननीयों के लिए भीख मांगकर जुटाए 2518 रुपये सरकार ने लौटाए।

शिमला। विधानसभा सत्र के दौरान माननीयों के यात्रा भत्ते में बढ़ोतरी को मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश भर में इसका विरोध हुआ था। इस दौरान रवि कुमार ने शिमला शहर में सांकेतिक रूप से भीख मांगकर 2518 रुपये इक्ट्ठे किये थे इसके बाद मुख्यमंत्री एमएलए फंड के नाम चैक बनाकर राजभवन को भेजा था। राजभवन से इसे सचिवालय भेजा तो वहां से अतिरिक्त मुख्य सचिव जन शिकायत निवारण ने इसे यह कहकर लौटा दिया है कि इस तरह का फंड यहां मौजूद नहीं है। अब रवि कुमार ने इस चैक को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने का निर्णय लिया है।

Body:दरअसल पिछले मानसून सत्र में विधानसभा में मंत्रियों और विधायकों का मुफ्त यात्रा भत्ता बढ़ाने का बिल पारित हुआ था। यात्रा भत्ता की सालाना सीमा को दो से बढ़ाकर चार लाख रुपये किया गया था.

Conclusion:इसका चारों तरफ भारी विरोध किया गया। इसके बाद लोगों के बीच उतरकर एक-एक रुपये इकट्ठा किए गए। इस बारे में एक ड्राफ्ट तैयार कर इसे राजभवन शिमला में जमा करवाया गया। इस ड्राफ्ट को मुख्यमंत्री एमएलए रिलीफ फंड नाम से बनाया गया।
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