रामपुर: शिमला जिले के रामपुर में जिला स्तरीय फाग मेला मनाया जा रहा है. मेले का आज यानी शुक्रवार को दूसरा दिन था. दूसरे दिन करीब 23 देवी-देवताओं की बाजार में शोभायात्रा निकाली गई. पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों से रामपुर देवमय हो गया. इस दौरान देवी-देवताओं ने बाजार की परिक्रमा की और लोगों को आशीर्वाद दिया.
फाग मेला देव आस्था का प्रतीक: इस दौरान दिन भर पहाड़ी नाटी का दौर चला. बता दें कि फाग मेला देव आस्था का प्रतीक है. देवी-देवताओं के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. फाग मेले में शिमला और कुल्लू से आए 23 देवी- देवता ढोल नगाड़ों की थाप पर देवलुओं के साथ सड़कों पर झूमते हुए राज दरबार पहुंचे. इस दौरान एनएच-5 पर जाम की स्थिति भी पैदा हो गई. हालांकि ट्रैफिक पुलिस ने यातायात व्यवस्था को सुचारू किया.
शोभायात्रा देखने के लिए उमड़े लोग: देवताओं की इस शोभायात्रा को निहारने के लिए लोगों का भी भारी जमावड़ा बाजार के दोनों और लगा रहा. दोपहर को शुरू हुई देवताओं की शोभायात्रा का क्रम करीब शाम तक चला. पूरे शहर की परिक्रमा कर फिर से देवता राज दरबार परिसर पहुंचे. यहां पर देवताओं ने फिर से राजगद्दी का आर्शीर्वाद लिया और राज दरबार परिसर में अपने चयनित स्थान पर देवता बारी बारी से बैठ गए. वहीं, राज दरबार परिसर में भी अपने इष्ट के समक्ष ही बैठकर इस मेले का आनंद लिया. इतना ही नहीं राज दरबार में हर देवता के समक्ष नाटियों का दौर भी चला. यहां पर बुशहरी नाटी के साथ साथ कुल्लवी नाटी के एक साथ नजारे दिखे. इस मेले के दौरान आपसी मेल मिलाप का मौका मिलता है. खासकर दूर दराज में रहने वाले रिश्तेदार इस मेले में अपने खास रिश्तेदारों से मिलते है.
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