शिमला/रामगढ़(झारखंड) पंजाब रेजीमेंट सेंटर रामगढ़ कैंट में ट्रेनिंग लेने वाले 3 जवान भारत-चीन सीमा पर गत 16 जून को शहीद हो गए थे. तीनों शहीद हुए जवानों का मुख्यालय रामगढ़ का पंजाब रेजीमेंट सेंटर था. साल 2019 में तीनों ने पीआरसी में ही प्रशिक्षण प्राप्त किया था.
शहीद हुए तीनों जवानों का मुख्यालय रामगढ़ होने के कारण उनका सैलरी बैंक अकाउंट भी रामगढ़ के एसबीआई में खोला गया था. तीनों जवानों के शहीद होने के बाद एसबीआई की गाइडलाइन के तहत विवाहित नहीं होने के कारण उनकी मां के बैंक खातों में बीमा राशि के तहत 30-30 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए हैं. शहीद अंकुश की मां के खाते में भी बीमा राशि के तौर पर 30 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए. शहीद अंकुश हमीरपुर जिले का रहने वाला था.
एसबीआई रामगढ़ शाखा के मुख्य प्रबंधक राहुल कुमार ने बताया कि सेना के किसी जवान का सैलरी अकाउंट अगर भारतीय स्टेट बैंक में होता है तो उसे किसी भी दुर्घटना में उनकी मृत्यु होने पर उनके परिवार को बैंक 30 लाख रुपए बीमा की राशि प्रदान की जाती है. मुख्य प्रबंधक ने बताया कि पीआरसी के 3 जवानों के शहीद होने की सूचना उन्हें 17 जून को मिली थी.
सूचना मिलने के बाद बैंक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसबीआई रामगढ़ शाखा में 7 दिनों के अंदर उनके क्लेम प्रोसेस को पूरा करते हुए तीनों शहीद जवानों की माताओं के खाते में 30-30 लाख रुपए जमा करा दिए. पीआरसी के तीनों शहीद हुए जवानों में हिमाचल प्रदेश के अंकुश, पंजाब के गुरतेज सिंह और गुरविंदर सिंह शामिल थे.
ये भी पढ़े : CM जयराम ठाकुर ने भारत-अमेरिका व्यापार परिषद को किया संबोधित